रांची: पीएलएफआइ के उग्रवादियों को गोलियां सप्लाइ करने के आरोप में गिरफ्तार आशिष नेपाली को पुलिस ने शुक्रवार को जेल भेज दिया. इससे पहले पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि जैप से बरखास्त दो सिपाही नीरज और सन्नी से वह गोलियां लेता था.
उसके बाद वह गोलियों को पीएलएफआइ के उग्रवादियों से बेचता था. नीरज और सन्नी को गोलियां कहां से मिलते थे, यह पूछे जाने पर आशिष नेपाली ने बताया कि नक्सलियों के साथ इनकाउंटर के बाद जो गोलियां बच जाती थीं, उसे सन्नी व नीरज खरीदता था. उसके बाद दोनों गोलियां उसे बेच देते थे.
बाद में वह अधिक कीमत पर उग्रवादियों को गोलियां बेच देता था. आशिष ने यह भी बताया कि जब वह पूर्व में हजारीबाग जेल में था, तब उसकी पहचान हजारीबाग जेल में बंद बिहार के एक आर्म्स सप्लायर से हुई थी. उससे भी उसे गोलियां मिलती थी. यह पूछे जाने पर कि पीएलएफआइ से कैसे संबंध हुआ, आशिष ने बताया कि डोरंडा निवासी एक अपराधी के जरिये उसकी पहचान उग्रवादियों से हुई थी.
नीरज और सन्नी की तलाश जारी: पुलिस
चुटिया पुलिस का कहना है नीरज और सन्नी की तलाश शुरू कर दी गयी है. दोनों के पकड़े जाने के बाद ही यह स्पष्ट हो पायेगा कि उन्हें गोलियां देने वाले कौन-कौन शामिल हैं. पुलिस में अपनी पहचान के बदौलत नीरज और सन्नी गोलियां की चोरी तो नहीं करते थे. इस बिंदु पर भी जांच चल रही है. पुलिस के अनुसार मामले की गहराई से जांच की जा रही है. अनुसंधान के बाद कुछ और नये तथ्य सामने आयेंगे.