रांची: निगरानी ने हजारीबाग के तत्कालीन जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीइओ) सहित सात को पारा शिक्षकों की बहाली में हुई गड़बड़ी और वित्तीय अनियमितता के मामले में राहत दे दी है.
इनमें कमल शहजादा, अध्यक्ष ग्राम शिक्षा समिति गोला, नंदलाल मुंडा अध्यक्ष गोला, कुल भूषण मुंडा, सचिव, रेणुका प्राथमिक शिक्षा पदाधिकारी रामगढ़, सलोमी टेटे, तत्कालीन शिक्षा पदाधिकारी रामगढ़, नीलम आइलिन टोप्पो, तत्कालीन शिक्षा पदाधिकारी रामगढ़, राजेंद्र प्रसाद, जिला शिक्षा पदाधिकारी हजारीबाग का नाम शामिल है.
एसपी विपुल शुक्ला के अनुसार, मामला वर्ष 2003 से लेकर वर्ष 2008 के बीच का था. पारा शिक्षकों की बहाली मामले में प्रारंभिक जांच में आरोप सही पाये जाने पर वर्ष 2010 में सरकार के निर्देश पर केस दर्ज किया गया. अंतिम जांच में किसी पर गड़बड़ी में शामिल होने का आरोप सही नहीं पाया गया है.