रांची: राज्य के तीन जिले रांची, रामगढ़ व सिमडेगा को बीआरजीएफ (बैकवर्ड रिजन ग्रांट फंड) का पैसा नहीं मिला है. इन तीनों जिले को छोड़ कर शेष सभी जिलों को राशि मिल गयी है.
केंद्र सरकार को सिमडेगा का प्रस्ताव भेजा गया है, पर अभी तक उस पर कोई निर्णय नहीं आया है. इसके पहले केंद्र ने सिमडेगा के प्रस्ताव पर आपत्ति जतायी थी. उन्हीं आपत्ति का निराकरण करके फिर से प्रस्ताव भेजा गया है. वहीं रांची जिले ने सबसे विलंब से प्रस्ताव भेजा है. विभिन्न कारणों का हवाला देकर रांची ने प्रस्ताव तब भेजा है, जब दूसरे जिलों को पहली किस्त की राशि मिल गयी थी.
रामगढ़ का है बुरा हाल
रामगढ़ जिले का हाल ठीक नहीं है. इस जिले ने पहले की राशि खर्च नहीं की थी. वहीं बड़ी राशि का हिसाब तक नहीं दिया. इस जिले के पास पहले का नौ करोड़ रुपये बचा हुआ है. ऐसे में जिले को यह राशि खर्च करने को कहा गया था. फिर भी इस जिले ने राशि खर्च नहीं की है. यही कारण है कि पिछले वित्तीय वर्ष में इस जिले को एक पैसा भी केंद्र सरकार से नहीं मिला था. केंद्र सरकार की शत प्रतिशत अनुदान की राशि का उपयोग रामगढ़ नहीं कर पा रहा है.
तीन जिले को मिलते 46 करोड़
इन तीनों जिले को पहली किस्त के रूप में करीब 46 करोड़ रुपये मिलते. रांची को 21 करोड़ व रामगढ़ तथा सिमडेगा को 15-15 करोड़ रुपये के हिसाब से राशि मिलनी है. पहली किस्त में 90 फीसदी राशि मिलती जिसे गांवों के विकास में खर्च किया जाता. पिछले वित्तीय वर्ष में यह राशि नहीं मिलने से गांवों के विकास का काम ठीक से नहीं हो सका था. बीआरजीएफ के पैसे से गांव वंचित रह गये थे.