रांची: जिला परिषद अध्यक्ष सुंदरी तिर्की के खिलाफ सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया है. जिप के 29 में से 24 सदस्यों ने डीडीसी संत कुमार वर्मा (जिप सचिव) को अध्यक्ष के खिलाफ हस्ताक्षरयुक्त नोटिस सौंपा है. सोनाहातू जिप सदस्य चितरंजन महतो की अगुवाई में सोमवार को दिन के 2.30 बजे सभी सदस्य जिप सचिव से मिले.
सारी बातें बतायीं. पत्र के साथ सादे कागज पर हस्ताक्षर कर नोटिस दिया, पर श्री वर्मा ने नोटिस को फॉरमेट में भर कर देने को कहा. तब सदस्यों ने नोटिस को फॉरमेट में भर कर दिया. सदस्यों द्वारा लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर डीसी 15 दिन में फैसला लेंगे.
कांग्रेस नेता की तरह काम कर रहीं सुंदरी : जिला परिषद कार्यालय में सोमवार को जिप सदस्यों ने बैठक कर अध्यक्ष सुंदरी तिर्की पर आरोप लगाया कि वह कांग्रेस नेता की तरह काम कर रही हैं. हर प्रखंड में शिलान्यास व उदघाटन खुद कर रही हैं. संबंधित क्षेत्र के जिला परिषद सदस्यों को इसकी जानकारी नहीं दे रही हैं. यहां तक कि शिलापट्ट में भी कांग्रेस नेताओं के नाम दिये जा रहे हैं. यही हाल जनता दरबार का है. सदस्यों ने आरोप लगाया कि बैठक में उठाये गये मुद्दों पर वह ध्यान ही नहीं देती हैं. ढाई वर्षो में कोई काम जिला परिषद के सदस्यों के माध्यम से नहीं हुआ.
सिर्फ बैठक से क्या, काम होता नहीं : बैठक में शामिल जिला परिषद के सदस्यों ने नाराजगी जतायी कि पिछले दो सालों में दर्जन भर बैठकें हुई हैं. बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पास किये गये. पर धरातल पर कोई काम नहीं हुआ.
सदस्यों का कहना था कि जब कुछ काम होना ही नहीं है, तो फिर बैठक में आने का कोई उद्देश्य ही नहीं है.
जिप सचिव को अधिनियम की जानकारी नहीं : जिप सदस्यों ने जब अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया, तो सचिव संत कुमार वर्मा ने सदस्यों से कहा कि उन्हें अधिनियम की खास जानकारी नहीं है. उन्होंने फोन पर ही विभिन्न जिलों के संबंधित अधिकारियों से जानकारी ली. फिर जिला पंचायती राज पदाधिकारी को तलब किया. पता चला कि पलामू में इस तरह का मामला आया था. वहां भी अध्यक्ष के खिलाफ सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया था. तब उन्होंने पलामू से उसकी प्रति मंगवायी.