रांची: आइआइएम (आर) अब बिहार की ओर रुख करने का मन बना रहा है. सरकार द्वारा जमीन उपलब्ध नहीं कराये जाने से यह स्थिति उत्पन्न हुई है. फिलहाल जमीन से संबंधित संचिका मुख्य सचिव के विचारार्थ है. संस्थान का मुख्यालय जहां बिहार में होगा, वहीं रांची में स्टडी सेंटर होगा. संस्थान के निदेशक प्रो एमजे जेवियर ने बताया कि संस्थान एक प्रस्ताव तैयार कर रहा है, जिस पर जल्द ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत होगी.
700 करोड़ नहीं मिले
आइआइएम (आर) का अपना भवन हो, इसके लिए केंद्र ने संस्थान को 700 करोड़ देने का निर्णय लिया था. केंद्र सरकार ने पंचवर्षीय योजना के तहत फंड उपलब्ध कराया था, लेकिन जमीन नहीं होने के कारण राशि नहीं मिल सकी.
विवि ने नहीं दिया कमरा
आइआइएम (आर) के निदेशक प्रो एमजे जेवियर ने रांची विवि के बेसिक साइंस सेंटर में एक कमरे की मांग की थी, जो नहीं दिया गया. फिलहाल संस्थान सूचना भवन में ग्राउंड फ्लोर सहित तीसरे, पांचवें व छठे तल्ले पर चल रहा है.
पांच कमरों में हो रही पढ़ाई
प्रो जेवियर ने बताया कि आइआइएम में पांच कोर्स (पीजीडीएम, पीजीडीएचआरएम, पीजीइएक्सपी, एफपीएम व एनर्जी मैनेजमेंट) संचालित हो रहे हैं. इसके अलावा अन्य शॉर्ट टर्म कोर्स भी चल रहे हैं. ये सारे कोर्स मात्र पांच कमरों में ही चल रहे हैं.
रैंकिंग में सबसे आगे
आइआइएम (आर) रांची के अलावा देश में पांच स्थानों रायपुर, रोहतक, उदयपुर, काशीपुर व तिरुचिरापल्ली में खुला. इन संस्थानों में रांची की रैंकिंग सबसे ऊपर है.आइआइएम (आर) का अपना छात्रवास भी नहीं है.विद्यार्थी एटीआइ छात्रवास व खेल गांव में बने भवनों में रह रहे हैं.