17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

एपेक व्यापार समझौते में चीन को मिली कामयाबी

एजेंसियां, बीजिंगएपेक शिखर सम्मेलन में चीन को बड़ी कामयाबी मिली है. मंगलवार को शुरू हुए शिखर सम्मेलन में उसने अमेरिका से एपेक मुक्त व्यापार समझौते पर अपनी बात मनवा लिया है. दुनिया की दो शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं के बीच मतभेदों को दूर करने के प्रयासों के तहत चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अमेरिकी के राष्ट्रपति […]

एजेंसियां, बीजिंगएपेक शिखर सम्मेलन में चीन को बड़ी कामयाबी मिली है. मंगलवार को शुरू हुए शिखर सम्मेलन में उसने अमेरिका से एपेक मुक्त व्यापार समझौते पर अपनी बात मनवा लिया है. दुनिया की दो शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं के बीच मतभेदों को दूर करने के प्रयासों के तहत चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अमेरिकी के राष्ट्रपति बराक ओबामा से अनौपचारिक मुलाकात की. इस बीच अमेरिकी विरोध के बावजूद चीन अपनी ऐतिहासिक एशिया प्रशांत व्यापार योजना के लिए समर्थन जुटाने में सफल रहा है. चीन की यात्रा पर आये ओबामा ने चोंगनानहाई में शी के साथ चहलकदमी कर दोनों देशों के रिश्तों के तनाव को कम करने का प्रयास किया. ओबामा ऐसे कठिन समय में चीन की यात्रा पर आये हैं, जब देश की संसद में प्रतिपक्षी रिपब्लिकन ने बहुमत हासिल कर लिया है. ओबामा एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए तीन दिन की चीन यात्रा पर आये हैं. वे बुधवार को शी के साथ औपचारिक बैठक करेंगे.शी-ओबामा की बैठक से कुछ घंटे पहले एपेक शिखर सम्मेलन में दुनिया के प्रमुख नेताओं ने चीन द्वारा प्रस्तावित ऐतिहासिक एपेक मुक्त व्यापार समझौते को अपनाने की संभावना की दिशा में प्रयास करने पर सहमति जता दी. इस सहमति को वैश्विक व्यापार नीति निर्धारण में बड़ी भूमिका निभाने की कोशिश कर रह रहे साम्यवादी चीन की एक बड़ी कामयाबी के रूप में देखा जा रहा है. राष्ट्रपति शी ने कहा कि एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) के सदस्यों द्वारा एशिया-प्रशांत के मुक्त व्यापार क्षेत्र (एफटीएएपी) प्रक्रिया को प्रोत्साहित करने की योजना समर्थन एक ‘ऐसा फैसला है, जिसे इतिहास की किताबों में लिखा जायेगा. एपेक के आर्थिक नेताओं की 22वीं बैठक के बाद उन्होंने कहा कि इस कदम के जरिये हमने एफटीएएपी के कार्यान्वन की दिशा में एतिहासिक कदम उठाया है. यह एफटीएएपी प्रक्रिया की आधिकारिक शुरुआत है. क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण को आगे बढ़ाने में एपेक की प्रतिबद्धता व भरोसे को दिखाता है. एफटीएएपी अन्य पहलों पर विकसित होगा, जिनमें अमेरिका समर्थित प्रशांत के आर-पार भागीदारी (टीपीपी) शामिल है, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबाम की टीपीपी प्रस्ताव की तुलना में चीन ने इस योजना को मजबूत से आगे बढ़ाया. इससे चीन-अमेरिका की पहले से चली आ रही व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता और बढ़ गयी है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें