रांची: झारखंड की राजधानी रांची के डोरंडा इलाके में झारखंड सैन्य पुलिस के एक ट्रक से हुई दुर्घटना में एक बच्ची की मौत के बाद उग्र भीड़ के हमले में तेरह वर्ष पूर्व मारे गये पुलिस उपाधीक्षक यूसी झा की हत्या के सातों आरोपियों को आज स्थानीय अदालत ने साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया.
रांची में अतिरिक्त न्यायायुक्त मनोज प्रसाद की अदालत ने 28 दिसंबर, वर्ष 2000 की इस घटना में गंभीर रुप से घायल और 31 दिसंबर, 2000 को मृत पुलिस उपाधीक्षक यूसी झा की हत्या के सातों आरोपियों को आज बरी कर दिया.
रांची में अरफीन नामक एक बच्ची की ट्रक के नीचे आ जाने से हुई मौत के बाद भड़के दंगे में कथित तौर पर झा ने पुलिस गोलीबारी के निर्देश दिये थे जिसमें तीन अन्य लोगों की मौत हो गयी थी। बाद में भीड़ ने राड और पत्थरों से हमला कर झा को लहूलुहान कर दिया था और 31 दिसंबर को उनकी मौत सदर अस्पताल में हो गयी थी.