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विश्वविद्यालयों को मिले 115 करोड़ बेकार पड़े

विश्वविद्यालयों को मिले 115 करोड़ बेकार पड़े उच्च शिक्षा अभियान होगा प्रभावित उच्च शिक्षा निदेशालय भी सुस्तवरीय संवाददाता रांचीराज्य के पांच विश्वविद्यालयों को विभिन्न विकास कार्यों के लिए चालू वित्त वर्ष में मिले 114.95 करोड़ रुपये बेकार पड़े हैं. 12वीं पंचवर्षीय (2012-17) योजना के दौरान उच्च शिक्षा की स्थति दुरुस्त करने के लिए बनी योजना […]

विश्वविद्यालयों को मिले 115 करोड़ बेकार पड़े उच्च शिक्षा अभियान होगा प्रभावित उच्च शिक्षा निदेशालय भी सुस्तवरीय संवाददाता रांचीराज्य के पांच विश्वविद्यालयों को विभिन्न विकास कार्यों के लिए चालू वित्त वर्ष में मिले 114.95 करोड़ रुपये बेकार पड़े हैं. 12वीं पंचवर्षीय (2012-17) योजना के दौरान उच्च शिक्षा की स्थति दुरुस्त करने के लिए बनी योजना के तहत विश्वविद्यालयों को अंगीभूत कॉलेजों की संरचना विकास व इनके रखरखाव, कैंपस डेवलपमेंट, दूरस्थ शिक्षा (डिस्टेंस एजुकेशन) के विकास, एडवांस साइंस एंड टेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर, महिला व मॉडल कॉलेजों के निर्माण, लाइब्रेरी के आधुनिकीकरण तथा प्रयोगशालाओं के अपग्रेडेशन के लिए 769.71 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था. इसके बाद वित्तीय वर्ष 2012-13 से हर वर्ष विश्वविद्यालयों के लिए बजट का प्रावधान हो रहा है, लेकिन विवि योजना के क्रियान्वयन में सुस्ती दिखा रहे हैं. एक तरफ दी गयी राशि का उपयोग नहीं हो पा रहा और दूसरी ओर विभिन्न अंगीभूत कॉलेजों की स्थिति दयनीय हो गयी है. रांची विवि सहित विनोबा भावे विवि हजारीबाग, नीलांबर-पीतांबर विवि डालटेनगंज, कोल्हान विवि चाइबासा और सिदो-कान्हू विवि दुमका में शिक्षक, कैंपस व भवन जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है. इन योजनाओं की मॉनिटरिंग नहीं हो रही है. मानव संसाधन विभाग व उच्च शिक्षा निदेशालय ने विवि को पैसे दे दिये हैं., लेकिन कार्य हो रहा है कि नहीं इसे देखने वाला कोई नहीं है. उच्च शिक्षा निदेशालय भी इस मामले में सुस्त है. देश भर में उच्च शिक्षा अभियान की शुरुआत हो रही है, पर झारखंड में विवि ही इस अभियान में पिछड़े हुए हैं. गौरतलब है कि उच्च और तकनीकी शिक्षा से संबंधित केंद्र की रिपोर्ट में झारखंड की स्थिति बदतर है. झारखंड को अभियान के तहत लगभग 162 करोड़ रुपये मिलने थे, लेकिन प्रदर्शन के आधार पर इसे 53.57 करोड़ रुपये के योग्य ही समझा गया. पंचवर्षीय योजना (2012-17) का बजटयोजनाबजटकैंपस डेवलपमेंट111.63 करोड़दूरस्थ शिक्षा8.00 करोड़रिसर्च सेंटर25.00 करोड़महिला कॉलेज364.60 करोड़मॉडल कॉलेज187.95 करोड़लाइब्रेरी आधुनिकीकरण62.00 करोड़लैब अपग्रेडेशन10.50 करोड़कुल769.71 करोड़चालू वित्तीय वर्ष में विवि को मिली रकम (करोड़ में)योजनारांची विविविनोबा भावे विविसिदो कान्हू विविनीलांबर-पीतांबर विविकोल्हान विविसंरचना विकास8.009.005.001.005.00कैंपस डेवलपमेंट008.001.007.00दूरस्थ शिक्षा0.250.250.250.250.25रिसर्च सेंटर1.001.501.000.501.00महिला कॉलेज3.006.004.001.001.00मॉडल कॉलेज5.008.008.007.75लाइब्रेरी आधुनिकीकरण3.004.002.500.502.00लैब अपग्रेडेशन2.502.502.001.001.75सेमिनार-कॉन्फ्रेंस0.500.400.040.020.04कुल23.25 करोड़31.65 करोड़30.79 करोड़13.02 करोड़16.24 करोड़

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