रांची: विधानसभा के अधिकारी 12 महीने काम करते हैं, लेकिन तनख्वाह 13 महीने का लेते रहे हैं. विधानसभा के सचिव स्तर से लेकर अवर सचिव स्तर के अधिकारियों ने गुरुत्तर भत्ता (कठिन कार्य के लिए भत्ता) के रूप में एक महीने का अतिरिक्त वेतन लिया है.
विधानसभा में कार्यरत और सेवानिवृत्त ऐसे तीन दर्जन से ज्यादा अधिकारी हैं, जिन्होंने नियम विरुद्ध यह भत्ता लिया है. विधानसभा अध्यक्ष सीपी सिंह ने गुरुत्तर भत्ता के रूप में ली गयी राशि अवर सचिव स्तर से ऊपर के अधिकारियों से वापस लेने का निर्देश दिया है.
इसके तहत अवर सचिव स्तर के ऊपर कार्यरत अधिकारियों के वेतन से पैसे काटे जायेंगे. वहीं सेवानिवृत्त अधिकारियों की पेंशन राशि से इसकी भरपाई की जायेगी. विस अध्यक्ष ने इस मामले में जांच का भी आदेश दिया है. साथ ही यह भी पूछा है कि सचिव स्तर के अधिकारियों ने नियम विरुद्ध यह भत्ता कैसे उठाया?