रांची: झाविमो रांची महानगर के तत्वावधान में राज्य में बालू घाटों की नीलामी को अवैध बताते हुए रद्द करने की मांग की है. पर्यावरण स्वीकृति के बिना अवैध चालान काटने का विरोध किया गया.
महानगर अध्यक्ष राजीव रंजन मिश्र व केंद्रीय महासचिव राजीव रंजन प्रसाद के नेतृत्व में उक्त मांग को लेकर शुक्रवार को प्रदर्शन किया गया. साथ ही सरकार की कार्यशैली का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया गया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सरकार विरोधी नारे लगाये.
इससे पूर्व जयपाल सिंह स्टेडियम से झाविमो कार्यकर्ता अलबर्ट एक्का चौक की ओर जुलूस के रूप में रवाना हुए. कार्यकर्ता हाथों में झंडा बैनर व तख्तियां लिये हुए थे. जुलूस अलबर्ट एक्का चौक पर सभा में परिणत हो गया. कहा गया कि जनता को धोखे में रख कर सरकार ने बालू घाटों की बंदोबस्ती की है. सरकार को फायदा होने के बदले अरबों रुपये का नुकसान उठाना पड़ेगा. सरकार में शामिल लोगों ने अपने लाभ के लिए राज्य में एक ही मामले में दो तरह की नीतियां लागू कर दी है.
लोगों को कई गुणी ऊंची दर पर बालू खरीदना पड़ रहा है. इससे निर्माण लागत काफी बढ़ गया है. बंदोबस्ती को तत्काल प्रभाव से रद्द करने की मांग की गयी. यदि ऐसा नहीं किया गया, तो उग्र आंदोलन चलाने की चेतावनी भी दी गयी.
आंदोलन में ये थे मौजूद
आंदोलन में इस अवसर पर युवा मोरचा अध्यक्ष संतोष कुमार, ऐनुल हक, सुनील गुप्ता, जितेंद्र वर्मा, विनीता मुंडा, मुजीब कुरैशी, आदित्य मोनू, मो नजीबुल्ला, श्रवण कुमार, इंदूभूषण गुप्ता, रेणुका सिंह, नदीम इकबाल, सत्येंद्र वर्मा, दीपू गाड़ी, राम मनोज, अजय दास, महावीर, विक्रांत, गोविंदा सिंह, सुरेश राणा, भाष्कर, शमशेर आलम, दीपक गुप्ता, अख्तर खान, रविकांत शर्मा समेत काफी संख्या में लोग उपस्थित थे.