रांची: सिटी डीएसपी पंचानंद सिंह ने कई आपराधिक मामलों की गुत्थी सुलझायी है. उत्कृष्ट सेवाओं के लिए उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार भी मिल चुका है. पीएन सिंह वर्ष 1990 में रांची कोतवाली में इंस्पेक्टर रह चुके हैं. उस समय अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर तनाव की स्थिति थी.
ऐसी स्थिति में मुहर्रम और रामनवमी एक साथ होने से स्थिति को संभालना पुलिस के लिए परीक्षा की घड़ी थी. पीएन सिंह ने सूझबूझ का परिचय माहौल का सौहार्दपूर्ण बनाने में मिसाल कायम की थी. बिहार सरकार के गृह विभाग ने उनकी भूमिका की गजट निकाल कर प्रशंसा की थी. बोकारो में अपने कार्यकाल में पीएन सिंह ने बोकारो प्लांट के अंदर हत्या के मामले को भी बखूबी सुलझाया.
कई मामले सुलझाये
वर्ष 2008 जून में उन्हें बोकारो मुख्यालय का डीएसपी बनाया गया. इस दौरान उन्होंने हत्या के चार मामलों को सुलझाया. इसमें बोकारो प्लांट के अंदर हत्या का चर्चित मामला भी शामिल था. उसी दौरान नौ किलोमीटर के बाउंड्रीवाल को लेकर हंगामा हुआ था.पीएन सिंह ने उसे पूरा कराया. इससे बोकारो स्टील प्लांट को 13 हजार करोड़ रुपये का लाभ हुआ. पंचानल सिंह वर्ष 1999 से 2003 तक सीआइडी में वह रहे. अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने अरबों रुपये की कर चोरी पकड़ी. वर्ष 2006-07 में जामताड़ा में विशेष शाखा में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने आइओसी की पाइप लाइन काट कर 24 हजार लीटर केरोसिन तेल चोरी का मामला पकड़ा.