हजारीबाग: कोडरमा-हजारीबाग-रांची रेलवे लाइन परियोजना को अब पूरा करने में राशि की दिक्कत आ रही है. परियोजना को पूरा होने में दो वर्ष और लगेंगे. परियोजना पर कार्य कराने के लिए पैसा खत्म हो गया है.
कोडरमा से हजारीबाग के बीच कार्य करनेवाले ठेकेदारों का 12 करोड़ रुपये, हजारीबाग से चरही के बीच काम करनेवाले ठेकेदारों के पांच करोड़ रुपये और चरही से बरकाकाना रांची के बीच काम करनेवाले ठेकेदारों के 20 करोड़ से अधिक रुपये बकाया है.
पिछले तीन माह से रेलवे विभाग ठेकेदारों को पैसा भुगतान नहीं कर पा रहा है. मात्र 60 करोड़ रुपये केंद्र से उपलब्ध हुआ है. यह काफी नहीं है. इस परियोजना को पूरा करने के लिए अभी 800 करोड़ की आवश्यकता है, जिसमें चार सौ करोड़ रेलवे विभाग और चार सौ करोड़ राज्य सरकार देगी. मोदी सरकार मंत्रिमंडल के रेलवे बजट में इस परियोजना के लिए मात्र 60 करोड़ रुपये ही स्वीकृत हुए हैं. राज्य सरकार से भी इस वर्ष 66 करोड़ रुपये मिलने हैं. शेष राशि कब मिलेगी, यह अब तक स्पष्ट नहीं है.
फैक्टशीट
कोडरमा-हजारीबाग- रांची रेलवे लाइन का काम वर्ष 2000 में शुरू हुआ.
कोडरमा-हजारीबाग-रांची रेलवे लाइन 204.79 किमी.
वर्ष 1998-99 में कोडरमा से रांची तक परियोजना लागत 1022 करोड़ थी, अब बढ़ कर 3200 करोड़ हो गयी है.
हजारीबाग से कोडरमा के बीच रेलवे पटरी, ब्रिज और स्टेशन बन कर तैयार है
हजारीबाग-चरही के बीच 31 किमी में से 11 किमी पटरी बिछना बाकी है.
चरही से रांची के बीच लगभग 45 किमी पटरी बिछना बाकी