दिशाहीन हो चुकी है झारखंड नामधारी पार्टियां : सालखन

रांची : भाजपा में शामिल नेता सालखन मुर्मू ने कहा कि झारखंड नामधारी पार्टियां बिखर दिशाहीन हो चुकी हैं. इन पार्टियों ने आदिवासी-मूलवासी को सर्वाधिक धोखा दिया है. बिरसा मुंडा के सपनों को बेचने का काम किया है. शिबू सोरेन, हेमंत सोरेन झारखंडी मुद्दों के कोसों दूर हैं. कांग्रेस ने मधु कोड़ा के साथ मिल […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 20, 2014 10:00 PM

रांची : भाजपा में शामिल नेता सालखन मुर्मू ने कहा कि झारखंड नामधारी पार्टियां बिखर दिशाहीन हो चुकी हैं. इन पार्टियों ने आदिवासी-मूलवासी को सर्वाधिक धोखा दिया है. बिरसा मुंडा के सपनों को बेचने का काम किया है. शिबू सोरेन, हेमंत सोरेन झारखंडी मुद्दों के कोसों दूर हैं. कांग्रेस ने मधु कोड़ा के साथ मिल कर झारखंड की जल, जंगल, जमीन को बेचने का काम किया है. बाबूलाल मरांडी नकली गुलाब हैं. झारखंड नामधारी पार्टी बना कर क्षेत्रीय विकल्प बनने की उनकी कोशिश नाकाम साबित हुई है. इनका सिर्फ एक एजेंडा है-फिर से सीएम बना दो. झामुमो, झाविमो और आजसू राज्य में अप्रासंगिक हो चुके हैं.

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