त्रभारत में आवास की कमी की स्थिति गंभीरत्रमकानों की कीमतें ज्यादा, कमी की गुंजाइशएजेंसियां, मुंबईगरीबों को अब एक लाख के बजाय पांच लाख रुपये का कर्ज सस्ती दरों पर दिया जायेगा. वित्त मंत्रालय में वित्तीय सेवाओं के सचिव जीएस संधू ने यहां एक सम्मेलन में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि नयी ब्याज सब्सिडी योजना की घोषणा जल्द की जायेगी.ब्याज सहायता की इस योजना के तहत लक्ष्य के अनुरूप खास तबके को दिये जानेवाले कर्ज पर सरकार ब्याज में मदद करती है. इस तरह की योजना कृषि क्षेत्र सहित कुछ अन्य क्षेत्रों में चल रही है. संधू ने कहा कि सरकार सुनिश्चित करेगी कि सस्ती दर पर कर्ज उपलब्ध हो. हालांकि, उन्होंने माना कि वाणिज्यिक बैंकों की लागत को देखते हुए इस मामले में एक सीमा है.इससे पहले सम्मेलन में रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर एसएस मुंद्रा ने कहा कि गरीब तबके में आवास कमी की स्थिति काफी गंभीर है. रिजर्व बैंक के आंतरिक समूह के सर्वेक्षण की ओर इशारा करते हुए कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर तबके के 58 प्रतिशत लोगों और निम्न आय वर्ग के 39 प्रतिशत से अधिक लोगों के पास मकान नहीं हैं. कहा कि रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2012 में देश में 1.87 करोड़ आवासीय इकाइयों की कमी थी, जो कि 2022 तक बढ़ कर तीन करोड़ हो जायेगी. मुंद्रा ने कहा कि भारत में मकान काफी महंगे हैं. बड़ी संख्या में बिल्डरों के मकान नहीं बिके हैं. ऐसे में कीमत में कमी की गुंजाइश है.
पांच लाख के कर्ज पर पांच प्रतिशत ब्याज सहायता
त्रभारत में आवास की कमी की स्थिति गंभीरत्रमकानों की कीमतें ज्यादा, कमी की गुंजाइशएजेंसियां, मुंबईगरीबों को अब एक लाख के बजाय पांच लाख रुपये का कर्ज सस्ती दरों पर दिया जायेगा. वित्त मंत्रालय में वित्तीय सेवाओं के सचिव जीएस संधू ने यहां एक सम्मेलन में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि नयी ब्याज सब्सिडी योजना […]
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