रांची: स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र सिंह के नेतृत्व में सोमवार को एक प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन से मिला. विभाग के संयुक्त सचिव बीके मिश्र सहित तीनों मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य भी मुलाकात के वक्त मौजूद थे.
राजेंद्र सिंह ने बताया कि केंद्रीय मंत्री को पूरी बात से अवगत कराया गया है. प्रधान सचिव की पहले भेजी गयी चिट्ठी सहित अन्य कागजात भी मंत्री को दिये गये. उन्हें बताया गया कि झारखंड जैसे पिछड़े राज्य की 160 मेडिकल सीटें कम होने से विद्यार्थियों को बड़ा नुकसान होगा. दूसरे किसी राज्य के साथ ऐसा व्यवहार नहीं किया गया है.
यह भी बताया गया कि राज्य सरकार रिम्स में करीब 208 करोड़ तथा पीएमसीएच व अन्य कॉलेज व अस्पतालों पर करीब 88 करोड़ रु खर्च कर रही है. व्यवस्था सुधारी जा रही है. शिक्षकों की कमी भी जल्द ही दूर कर लेंगे. उन्होंने डॉ हर्षवर्धन से इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री से बात करने का आग्रह किया है. डॉ हर्षवर्धन ने कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया, लेकिन सहयोग की बात कही. सोमवार को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) का कार्यालय जन्माष्टमी के कारण बंद था.
प्रतिनिधिमंडल में शामिल एक सदस्य ने कहा कि एमसीआइ से मिल कर कुछ नहीं होना है. देर हो गयी है, इसलिए बड़ा कदम उठाने से ही सीटें बचेगी. और यह काम केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ही कर सकता है.