अपने जीवन को भी सुंदर बनायें: निर्मला बहन

रांची. हम ईश्वरीय ज्ञान योग द्वारा अपने जीवन को भी झांकियों के योग्य सुंदर बनायें. श्री कृष्ण 16 कला संपूर्ण एवं सर्वगुण संपन्न हैं परंतु मानव को यह चिंतन करना चाहिए कि उसका अपना जीवन चढ़ती कला की ओर जा रहा है या नैतिक पतन की ओर. ये बातें प्रजापिता ब्रह्माकुमारी निर्मला बहन ने ईश्वरीय […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 18, 2014 10:00 PM

रांची. हम ईश्वरीय ज्ञान योग द्वारा अपने जीवन को भी झांकियों के योग्य सुंदर बनायें. श्री कृष्ण 16 कला संपूर्ण एवं सर्वगुण संपन्न हैं परंतु मानव को यह चिंतन करना चाहिए कि उसका अपना जीवन चढ़ती कला की ओर जा रहा है या नैतिक पतन की ओर. ये बातें प्रजापिता ब्रह्माकुमारी निर्मला बहन ने ईश्वरीय विवि चौधरी बागान हरमू रोड में प्रवचन के दौरान कही. उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण के मुकुट में मोर-पंख पवित्रता का प्रतीक है और उनके मुख पर प्रभामंडल निर्विकारिता का सूचक है. वास्तव में कलियुग के अंत में संपूर्ण संसार एक जेल की तरह होता है. जिसमें मनुष्य कर्म-बंधन रूपी हथकडि़यों से बंधा हुआ है. 19 से 25 अगस्त तक श्रीकृष्ण जन्माष्टमी समारोह के पश्चात नि:शुल्क सहज राजयोग शिविर प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विवि चौधरी बागान हरित भवन के सामने आयोजित किया जायेगा.

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