कथक कार्यशाला का समापन 22 को

फोटो- सुनील भैयालाइफ रिपोर्टर @ रांचीसंस्कार भारती की ओर से चल रही कथक नृत्य कार्यशाला का समापन 22 अगस्त को होगा. 15 अगस्त से शुरू इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य गुरु-शिष्य की परंपरा को बचाना है. ये बातें संस्था के अध्यक्ष उमेश्वर मिश्र ने कहीं. वह सोमवार को अपर बाजार स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर में […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 18, 2014 8:00 PM

फोटो- सुनील भैयालाइफ रिपोर्टर @ रांचीसंस्कार भारती की ओर से चल रही कथक नृत्य कार्यशाला का समापन 22 अगस्त को होगा. 15 अगस्त से शुरू इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य गुरु-शिष्य की परंपरा को बचाना है. ये बातें संस्था के अध्यक्ष उमेश्वर मिश्र ने कहीं. वह सोमवार को अपर बाजार स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे. कार्यक्रम में दिल्ली से आयीं पंडित बिरजू महाराज की शिष्या शिखा खरे ने बताया कि इस वर्ष भी यहां अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. यहां के बच्चों में टैलेंट है और वह तेजी से चीजों को सीख रहे हैं. साथ ही, खरे ने कहा कि कथक एक ऐसी विधा है, जिसे एक सप्ताह में नहीं सिखा जा सकता है. मौके पर नागेंद्र, मोनिका सिन्हा, भरत चतुर्वेदी और सुधाकर चटर्जी उपस्थित थे.

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