रांची: मेयर चुनाव में नोट फॉर वोट मामले के अनुसंधानक रहे सिटी डीएसपी पीएन सिंह आठ माह में ही हुए तबादले से नाराज होकर नौकरी छोड़ सकते हैं. उन्होंने विशेष शाखा में योगदान नहीं देने का निर्णय लिया है. रविवार को उन्होंने इसकी जानकारी वरीय पुलिस अधिकारियों को भी दे दी. अधिकारी अब उन्हें विशेष शाखा में योगदान देने के लिए मनाने में जुट गये हैं.
सीनियर आइपीएस अधिकारियों के बीच रविवार को भी इस बात की चर्चा रही कि सरकार ने शनिवार को जिन डीएसपी रैंक के जिन 43 पुलिस पदाधिकारियों का तबादला किया था, उनमें 41 का एक स्थान पर पदस्थापित होने का कार्यकाल (दो साल) पूरा हो चुका था. पीएन सिंह का कार्यकाल पूरा नहीं हुआ था. इसके बाद भी उनका तबादला कर दिया गया. श्री सिंह की नौकरी एक साल ही बची है, इसके बाद वह सेवानिवृत्त हो जायेंगे.
सीनियर आइपीएस अधिकारियों के अनुसार, पीएन सिंह ने मेयर चुनाव में नोट फॉर वोट मामले में काफी अच्छा अनुसंधान किया है. इस मामले में वह बड़े लोगों की भूमिका की भी जांच कर रहे थे. उन्हें कई अहम सुराग मिले थे. कई बिंदुओं पर जांच नहीं करने का उन पर काफी दबाव था. पर उन्होंने अपनी जांच जारी रखी थी. ऐसी स्थिति में समय से पूर्व उनका तबादला कुछ और ही संकेत देता है.