झरिया: कुस्तौर क्षेत्रीय कार्यालय में करोड़ों के घोटाला संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेजों को शनिवार की रात हथियारबंद अपराधियों ने लूट लिया. अपराधियों ने सुरक्षा में तैनात सीआइएसएफ जवान सुनील कुमार को बंधक बना लिया और असैनिक विभाग सहित आठ कार्यालयों का ताला तोड़ कर दस्तावेज लूट लिये. बताया जाता है कि शनिवार की रात जवान जैसे ही असैनिक विभाग के मुख्य गेट के समीप पहुंचे, घात लगाये दो दर्जन अपराधियों ने उन्हें बंधक बना लिया.
हथियार का भय दिखा कर पास के जंगल में ले गये. जवानों के हाथ व मुंह बांध दिया. एक अपराधी वहां निगरानी कर रहा था. इस दौरान अन्य अपराधी ताला तोड़ कर करीब 40 मिनट तक लूटपाट करते रहे. सर्वे विभाग में रखे सामान समेत घोटालों से संबंधित कई महत्वपूर्ण दस्तावेज लेकर चले गये. इससे पहले आग लगा कर इन दस्तावेजों को नष्ट करने की कोशिश की गयी थी.
कौन-कौन दस्तावेज ले गये : सिविल विभाग के तीन, सर्वे के चार, कार्मिक प्रबंधक (प्रशासन) के कर्मचारी कार्यालय के महत्वपूर्ण दस्तावेज ले गये.
कैसे मिली जानकारी : घटना की जानकारी रविवार को प्रथम पाली में ड्यूटी जाने के लिए जवान पहुंचे, तो जवान नहीं मिला. इस पर जवानों ने खोजबीन शुरू की. इसी दौरान जंगल में सुनसान जगह पर बंधा पाया.
प्रबंधन पर भड़के डीआइजी : सीआइएसएफ के डीआइजी ओपी नारायणन क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचे. वहां बीसीसीएल प्रबंधन को नहीं देख भड़क उठे. पीबी एरिया जीएम जेपी गुप्ता से फोन पर बातबीच की.
होगी उच्च स्तरीय जांच : जीएम
झरिया त्नपीबी क्षेत्र के महाप्रबंधक जेपी गुप्ता ने कहा कि प्रथम दृष्टया कोई भी रिकार्ड गायब नहीं होने की संभावना है. लेकिन, मामला संवेदनशील है. कमेटी बना कर मामले की जांच करायी जायेगी. अज्ञात पर मामला दर्ज क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक एसके बेहरा व सीआइएसएफ इंस्पेक्टर डीएन पात्र के लिखित बयान पर बोर्रागढ़ ओपी थाना में दो अलग अलग मामला दर्ज हुआ.
कुस्तौर घोटाले की जांच हो रही है: पूर्व में हुए घोटाले की जांच सीबीआइ व विजिलेंस टीम कर रही है. कही जांच को बाधित करने के लिए घटना को अंजाम तो नहीं दिया गया? पूर्व में भी क्षेत्रीय कार्यालय में अग्निकांड की घटना हो चुकी है.