ओडीए‌फ घोषित राज्य की 52 पंचायतों में 22,918 लोग खुले में करते हैं शौच

शकील अख्तर रांची : खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) आठ जिलों की 52 पंचायतों में 22,918 लोग खुले में शौच करते पाये गये. वहीं कुछ जगहों पर शौचालय का इस्तेमाल लोग गोदाम के रूप में कर रहे हैं. 14 से 91 प्रतिशत लोग खाने से पहले और 15 से 33 प्रतिशत तक लोग शौच […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 21, 2020 6:35 AM
शकील अख्तर
रांची : खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) आठ जिलों की 52 पंचायतों में 22,918 लोग खुले में शौच करते पाये गये. वहीं कुछ जगहों पर शौचालय का इस्तेमाल लोग गोदाम के रूप में कर रहे हैं. 14 से 91 प्रतिशत लोग खाने से पहले और 15 से 33 प्रतिशत तक लोग शौच के बाद साबुन से हाथ नहीं धोते हैं. ओडीएफ घोषित पंचायतों के सोशल ऑडिट के बाद झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रोमेशन सोसाइटी (जेएसएलपीएस) द्वारा सरकार को सौंपी गयी रिपोर्ट में इन तथ्यों का उल्लेख किया गया है.
सरकार के आदेश पर सरायकेला, लातेहार, पलामू, दुमका, पूर्वी सिंहभूम, पश्चिम सिंहभूम, धनबाद और हजारीबाग जिले की कुल 52 प्रखंडों में सैंपल के तौर पर सोशल ऑडिट किया गया. इसमें सबसे खराब स्थिति सरायकेला की पायी गयी. रिपोर्ट के मुताबिक जिले के तीन प्रखंडों की नौ पंचायतों में सोशल ऑडिट के लिए कुल 2958 घरों को चुना गया. यहां 40 प्रतिशत घरों में शौचालय नहीं मिले. इन पंचायतों में कुल 7342 लोगों को खुले में शौच करते पाया गया.
राज्य के आठ जिलों का हुआ सोशल ऑडिट, आयी चौंकानेवाली रिपोर्ट
सरायकेला, लातेहार, पलामू, दुमका, पू सिंहभूम, प सिंहभूम, धनबाद और हजारीबाग का हुआ था सोशल ऑडिट
झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रोमोशन सोसाइटी ने सरकार को सौंपी ऑडिट रिपोर्ट, सरायकेला जिले की हालत सबसे ज्यादा खराब
खुले में शौच करते पाये गये लोगों का ब्योरा
जिला पंचायत लोग
सरायकेला 09 7342
लातेहार 05 2512
पलामू 04 1315
दुमका 04 1315
जिला पंचायत लोग
पूर्वी सिंहभूम 03 667
पश्चिम सिंहभूम 11 4951
धनबाद 05 1973
हजारीबाग 12 3919
अन्य जिलों का भी हाल बेहतर नहीं
पूर्वी सिंहभूम : यहां की तीन पंचायतों : पश्चिमी मुसाबनी, पश्चिमी बदिया और धरम बहल के 637 घरों का सोशल ऑडिट हुआ. इसमें 667 लोग खुले में शौच करते मिले. 15 प्रतिशत शौचालय गंदे थे. 14 प्रतिशत लोगों में खाने से पहले और शौच के बाद साबुन से हाथ नहीं धोते.
पश्चिम सिंहभूम : जिले के 10 प्रखंडों की 11 पंचायतों में 3149 घरों को सोशल ऑडिट किया गया. यहां 4591 लगो खुले में शौच करते पाये गये. इन पंचायतों में खाने से पहले 39% और शौच के बाद 19% लोगों में साबुन से हाथ धोने की आदत नहीं मिली.
धनबाद : जिले की पांच पंचायतों में 1608 घरों को सोशल ऑडिट किया गया. इनमें 1973 लोग खुले में शौच करते पाये गये. 13% शौचालय गंदे व 15% उपयोग के लायक नहीं पाये गये. चार प्रतिशत शौचालयों काे स्टोरेज बना िदया गया है.
हजारीबाग : आठ प्रखंडों की 12 पंचायतों के 5819 घरों का सोशल ऑडिट हुआ. इनमें 3919 लोग खुले में शौच करते मिले. 48 प्रतिशत लोग खाने से पहले व 15 प्रतिशत लोग शौच के बाद साबुन से हाथ नहीं धोते. तीन प्रतिशत शौचालय स्टोरेज के रूप में मिले.
ये है पलामू जिले का हाल
पलामू जिले के तीन प्रखंडों की पांच पंचायतों में 1334 घरों का सोशल ऑडिट किया गया. इनमें कुल 2512 लोग खुले में शौच करते पाये गये. 31 प्रतिशत ग्रामीण खाने से पहले और 19 प्रतिशत ग्रामीण शौच के बाद साबुन से हाथ नहीं धोते हैं. पलामू जिले की चार पंचायतों : बोहिता, पांडू, मोहम्मदगंज और हैदर नगर पश्चिम के 993 घरों का सोशल ऑडिट किया गया. यहां 20 प्रतिशत घरों में शौचालय नहीं मिले. वहीं, 1315 लोग खुले में शौच करते पाये गये. चार प्रतिशत शौचालय का इस्तेमाल गोदाम के रूप में करते पाया गया.

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