रांचीः रमा खलखो प्रकरण की जांच कर रहे सिटी डीएसपी पीएन सिंह का आठ माह में ही तबादला कर दिया गया है. उन्हें विशेष शाखा में भेजा गया है. उनकी जगह पर किसी नये डीएसपी की पोस्टिंग भी नहीं की गयी है. इससे अब रमा खलखो प्रकरण की जांच प्रभावित होने की आशंका जतायी जा रही है. सीनियर आइपीएस अधिकारियों के बीच इस बात की चर्चा है कि पीएन सिंह का तबादला अनुसंधान को प्रभावित करने के लिए ही किया गया है.
दबाव के बाद भी कर रहे थे जांच : पीएन सिंह को आठ माह पूर्व ही बोकारो से रांची लाया गया था. बताया जाता है कि रमा खलखो सहित नोट फॉर वोट कांड से जुड़े अन्य लोगों से पूछताछ करने के बाद उन्हें कुछ ऐसे सुराग मिले थे, जिससे मामले की जांच में तेजी आ गयी थी. डीएसपी पर कुछ बिंदुओं पर जांच नहीं करने का भी दबाव था. मामले में कई बड़े लोगों के नाम भी आ रहे थे. पर उन्होंने इन बिंदुओं पर भी जांच शुरू कर दी थी.
नेताओं का तर्क खारिज कर दिया था
होटल सिटी पैलेस से जब्त 21.90 लाख के बारे में कांग्रेस से जुड़े अकीलुर्रहमान ने बताया था कि रुपये चंदे के थे. इस पैसे को इकट्ठा करने से पहले बिहार क्लब में बैठक हुई थी. तय किया गया था कि वार्ड पार्षद के योग्य और आर्थिक रूप से कमजोर प्रत्याशियों को इस राशि से मदद की जायेगी. उन्होंने बताया था कि बैठक में जेपी गुप्ता, रणविजय सिंह, अजय जैन और अफसर खान बबलू भी शामिल थे. बैठक में सभी ने एक पेपर पर हस्ताक्षर भी किये थे. बाद में कांग्रेस के अन्य नेताओं ने डीएसपी पीएन सिंह को भी इसकी जानकारी दी थी. पर डीएसपी ने कांग्रेस नेताओं के इस तर्क को खारिज कर दिया था.
उन्होंने जांच में इस बात का पता लगाया था कि बैठक के दिन बिहार क्लब में जिन लोगों की मौजूदगी बतायी गयी थी, उनका मोबाइल लोकेशन अलग-अलग था. डीएसपी ने इस बात की जांच शुरू कर दी थी कि बैठक हुई थी या नहीं, पेपर पर हस्ताक्षर कहां किये गये थे. बताया जाता है कि डीएसपी की ओर से इन्हीं सब चीजों की जांच किये जाने के कारण उनका तबादला कर दिया गया.
रमा से पूछताछ
डीएसपी पीएन सिंह ने शनिवार को भी रमा खलखो से काफी देर तक पूछताछ की. पर रमा ने होटल सिटी पैलेस से जब्त 21.90 लाख रुपये के बारे में कुछ भी नहीं बताया. रिमांड अवधि समाप्त होने के कारण पूछताछ के बाद डीएसपी ने उन्हें वापस जेल भेज दिया.
क्या है प्रकरण
रांची नगर निगम चुनाव से एक दिन पूर्व सात अप्रैल को पुलिस ने होटल सिटी पैलेस से 21.90 लाख रुपये जब्त किये थे. मौके से मेयर पद की प्रत्याशी रमा खलखो की प्रचार सामग्री भी बरामद की गयी थी. पुलिस ने निरंजन शर्मा और सुधीर साहू को गिरफ्तार किया था. पुलिस के अनुसार, पैसे चुनाव में रमा खलखो को मदद पहुंचाने के लिए थे.