रांची : शॉर्ट सर्किट से लगी थी मुरी स्टेशन के रिले रूम में आग

रांची : मुरी रेलवे स्टेशन स्थित आरआर बिल्डिंग के रिले रूम (माइक्रो लॉक रूम) में 16 दिसंबर को शाॅर्ट सर्किट से ही आग लगी थी. इससे पूरा सिस्टम फेल हो गया था. यह जानकारी डीआरएम नीरज अंबष्ठ ने दी. उन्होंने बताया कि घटना की जांच के लिए बनायी गयी जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट दे […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 29, 2019 9:21 AM
रांची : मुरी रेलवे स्टेशन स्थित आरआर बिल्डिंग के रिले रूम (माइक्रो लॉक रूम) में 16 दिसंबर को शाॅर्ट सर्किट से ही आग लगी थी. इससे पूरा सिस्टम फेल हो गया था. यह जानकारी डीआरएम नीरज अंबष्ठ ने दी. उन्होंने बताया कि घटना की जांच के लिए बनायी गयी जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट दे दी है.घटना की जांच को लेकर कमेटी ने डयूटी पर तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों से जानकारी ली और घटनास्थल का निरीक्षण किया. जांच कमेटी में सीनियर डीएसओ, सीनियर डीइइ, डीओएम व अन्य अधिकारी शामिल थे.
जांच कमेटी ने दिये सुझाव : जांच कमेटी ने भविष्य में ऐसी घटना दोबारा ना हाे, इसके लिए कई सुझाव भी दिये हैं. इसमें रिले रूम में सीसीटीवी लगाने (पूर्व में सीसीटीवी नहीं था) और उसकी माॅनिटरिंग करने, बिजली तार की अंडर वायरिंग करने, नियमित निरीक्षण अधिकारी व सुपरवाइजर द्वारा करने, फायर फाइटिंग के लिए अधिकारियों व कर्मचारियों को ट्रेनिंग देने की बात कही गयी है. क्या आग लगने की जिम्मेवारी किसी अधिकारी व कर्मचारी पर तय की गयी है? इस सवाल पर डीआरएम ने कहा कि कमेटी ने ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं दी है.
रिपोर्ट के आधार पर इस पर मुख्यालय निर्णय लेगा. मालूम हो कि आग लगने से मुरी स्टेशन पर ट्रेनों का सिग्नल सिस्टम पूरी तरह से ठप हो गया था. तीन दिनों तक मुरी स्टेशन से होकर आने-जानेवाली दर्जनों ट्रेनों का परिचालन बाधित था. इसके बाद नॉन सिग्नल मूवमेंट सिस्टम के जरिये मैनुअल तरीके से गाड़ियों का परिचालन किया गया. इस दौरान ट्रेनों के परिचालन में काफी देरी हुई थी.
रांची : देवघर में दवा व्यवसायी उमेश मिश्रा की हत्या में शामिल अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी को लेकर झारखंड चेंबर के सदस्य शनिवार को पुलिस मुख्यालय में डीजीपी कमल नयन चौबे से मिले. इसके पूर्व जोनल आइजी रंजीत प्रसाद, देवघर के एसपी से भी संपर्क किया. पुलिस प्रशासन के प्रयास से हत्याकांड के आरोपी की गिरफ्तारी कर ली गयी है.
चेंबर सदस्य ने डीजीपी से कहा कि प्रदेश में बढ़ती आपराधिक वारदातों से विशेषकर व्यापारी व उद्यमी समाज डरे हुए हैं. पूर्व की घटनाओं का उद्भेदन नहीं होने से अभी व्यवसायी समाज पीड़ित ही था कि 27 दिसंबर को देवघर में दवा व्यवसायी की हत्या कर दी गयी. चेंबर के लॉ एंड ऑर्डर उप समिति के चेयरमैन प्रवीण लोहिया ने सुझाव दिया कि थाना स्तर पर क्राइम को नियंत्रित करने के लिए गंभीर चिंतन किये जायें. साथ ही गहना घर गोलीकांड और अरगोड़ा थाना क्षेत्र के अग्रवाल बंधुओं की हत्याकांड में शामिल अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की. इस दौरान चेंबर के सह सचिव मुकेश अग्रवाल भी उपस्थित थे.
पर्यटन उप समिति की बैठक : झारखंड चेंबर की पर्यटन उप समिति की बैठक शनिवार को चेंबर भवन में हुई. अध्यक्षता उप समिति के चेयरमैन शैलेश अग्रवाल ने किया. सदस्यों ने कहा कि पर्यटन स्थलों पर होटल बनाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा दी जानेवाली सब्सिडी की जानकारी जरूरी है.
इसी प्रकार पर्यटन वाहनों के निबंधन के लिए अलग कानून बनाया जाये. साथ ही ऐसे वाहनों का अधिग्रहण किसी भी सरकारी कार्यों के लिए नहीं किया जाये. सदस्यों ने यह भी कहा कि झारखंड में कई पुराने पैलेस हैं, जिन्हें राजस्थान की तर्ज पर होटलों में परिवर्तित किया जा सकता है.

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