रांची के “रवि रॉकर” मुंबई में बना रहे खास पहचान

शौर्य पुंज‍ : 50 घंटे में बना दी फिल्म, मिला पुरस्कार रवि को सुपरमून सेल्फी मेंमिला पहला मौका इंडियन फिल्म प्रोजेक्ट के तहत रवि-रॉकर को सुपरमून सेल्फी नामक फिल्म बनाने का मौका मिला. इस फिल्म के लिए उन्हें 50 घंटे का वक्त दिया गया. इतने कम समय में फिल्म की कहानी से लेकर शूटिंग और […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 12, 2019 1:22 AM

शौर्य पुंज‍ :

50 घंटे में बना दी फिल्म, मिला पुरस्कार

रवि को सुपरमून सेल्फी मेंमिला पहला मौका

इंडियन फिल्म प्रोजेक्ट के तहत रवि-रॉकर को सुपरमून सेल्फी नामक फिल्म बनाने का मौका मिला. इस फिल्म के लिए उन्हें 50 घंटे का वक्त दिया गया. इतने कम समय में फिल्म की कहानी से लेकर शूटिंग और एडिटिंग का काम पूरा किया. इस फिल्म में रवि को पहला पुरस्कार मिला.

फिर इंडियन फिल्म प्रोजेक्ट के तहत ही फ्लॉड बनायी. इसके लिए रवि को सिल्वर फिल्म ऑफ द इयर का पुरस्कार मिला. वर्ष 2017 में पतरातू घाटी पर पतरातू-विटनेस दी वैली नामक एक ट्रैवल फिल्म बनायी. रांची के पर्यटन स्थल पतरातू घाटी पर बनने वाली यह पहली फिल्म थी. इस ट्रैवल फिल्म को दर्शकों ने काफी पसंद किया.

रवि रॉकर द्वारा ‘प्रभात खबर’ को दिए गए साक्षात्कार को देखने के लिए click करें

रांची से दूर रह रहे लोगों ने भी पतरातू घाटी के मनोरम दृश्यों का नजारा देखा. यूट्यूब पर काफी हिट मिले़ इसके बाद रवि ने इंडियन मोबाइल फिल्म फेस्टिवल के लिए हैशटैग नामक फिल्म का निर्माण किया. इसके लिए भी इन्हें सर्वश्रेष्ठ फिल्म और सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार मिला. पिछले दिनों झारखंड फिल्म फेस्टिवल में भी हैशटैग दिखायी गयी थी.

हौसलों की ही उड़ान से तू ऐसा अफसाना लिखेगा, हैसियत की ऊंचाई को आंखें फाड़ जमाना देखेगा… इस शायरी को सार्थक करते दिख रहे हैं रांची के रहनेवाले रवि रॉकर. बचपन से ही मुंबई जाने का सपना देखनेवाले रवि जब पहली बार मुंबई पहुंचे, तो उन्हें लगा कि उन्हें मंजिल तक पहुंचने का रस्ता मिल गया. पर अभी तो पूरा सफर बाकी था. रवि को बचपन से ही फिल्म अभिनेता बनने का शौक था.

आकर्षक कद और खुद को जिस तरह लोगों के सामने पेश करते थे, उसकी तारीफ होती. डीएवी हेहल और कैंब्रियन स्कूल से पढ़ाई पूरी करने के बाद मारवाड़ी कॉलेज पहुंचे. फिर बेंगलुरु से बीबीए की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद रवि को लगा कि मुंबई जाकर अपने करियर को नया मुकाम देने का समय आ गया है. मुंबई में दिन में नौकरी करते और शाम के समय फोटोग्राफी की क्लास.थियेटर ग्रुप ज्वाइन किया, जहां एक्टिंग की ट्रेनिंग हासिल की. इस तरह एक्टिंग और सिनेमेटोग्राफी का काम साथ चलता रहा.

आगे देखेंगे…

रवि ‘इक जगह’ नाम से खुद का यूट्यूब चैनल चलाते हैं. इसमें उनके द्वारा कैमरे में कैद की गये वीडियो देखे जा सकते हैं. रवि-रॉकर ने गायक जावेद अली के एक म्यूजिक एलबम की सिनेमेटोग्राफी भी की है. यह एलबम जल्द ही दर्शकों के सामने आयेगा. एक वेब सीरीज की एडिटिंग जारी है. साथ थी पतरातू घाटी की तर्ज पर नेतरहाट एवं सिकिदरी की शूटिंग पूरी हो चुकी है.

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