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सीरीज जीतने उतरेगी टीम इंडिया दूसरा टी-20. वेस्टइंडीज से पहला मैच जीत कर सीरीज में 1-0 से आगे है भारत सीरीज जीतने उतरेगी टीम इंडिया एजेंसियां4तिरूवनंतपुरम वेस्टइंडीज के खिलाफ रविवार को दूसरे मैच में भारतीय टीम गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण में बेहतर प्रदर्शन करके एक और टी-20 सीरीज अपने नाम करने के इरादे से उतरेगी. पहले […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 8, 2019 8:09 AM
सीरीज जीतने उतरेगी टीम इंडिया
दूसरा टी-20. वेस्टइंडीज से पहला मैच जीत कर सीरीज में 1-0 से आगे है भारत
सीरीज जीतने उतरेगी टीम इंडिया
एजेंसियां4तिरूवनंतपुरम
वेस्टइंडीज के खिलाफ रविवार को दूसरे मैच में भारतीय टीम गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण में बेहतर प्रदर्शन करके एक और टी-20 सीरीज अपने नाम करने के इरादे से उतरेगी.
पहले मैच में भारत ने छह विकेट से जीत दर्ज करके तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली. भारतीय टीम ने बांग्लादेश को 2 . 1 से हराकर पिछले महीने सत्र की पहली टी-20 सीरीड जीती थी. भारत रविवार का मैच जीतकर न सिर्फ दूसरी सीरीज अपने नाम करना चाहेगा, बल्कि इससे टी-20 विश्व कप से पहले उन खिलाड़ियों को आजमाने का मौका भी मिलेगा, जिनकी जगह टीम में पक्की नहीं है. भारतीय टीम ने शुक्रवार को टी-20 क्रिकेट में 18. 4 ओवर में 208 रन का लक्ष्य हासिल किया, जो इस प्रारूप में लक्ष्य का पीछा करते हुए उसकी सबसे बड़ी जीत है.
केएल राहुल ने 40 गेंद में 62 रन बनाये, जबकि विराट कोहली ने करियर की सर्वश्रेष्ठ 94 रन की नाबाद पारी खेली. चोटिल शिखर धवन की जगह खेल रहे राहुल ने मौके का पूरा फायदा उठाया. वह टी-20 क्रिकेट में सबसे तेजी से 1000 रन पूरे करने वाले तीसरे बल्लेबाज बन गये. उन्होंने 29 पारियों में यह आंकड़ा छुआ. खराब फार्म से जूझ रहे रिषभ पंत ने भी दो छक्के लगाये. कोहली की अगुआई में बल्लेबाजों का प्रदर्शन अच्छा रहा, लेकिन गेंदबाज अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर सके.
टी-20 विश्व कप की चिंता किये बिना मौके का पूरा फायदा उठाना चाहता हूं : राहुल
हैदराबाद. वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 सीरीज में भारत के लिए पारी की शुरुआत कर रहे केएल राहुल ने कहा कि वह टी-20 विश्व कप टीम में जगह बनाने की चिंता किये बिना मौके का पूरा उपयोग करना चाहेंगे. चोटिल शिखर धवन की जगह पहले टी-20 मैच में पारी का आगाज करने वाले राहुल ने 40 गेंद में 62 रन बनाये. प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अभी टी-20 विश्व कप में काफी समय है. मुझे एक बार फिर पारी की शुरूआत करने का मौका मिला है, तो मैं इसका पूरा उपयोग करना चाहता हूं.
बल्लेबाजों ने अपना काम किया, गेंदबाजी में अनुशासन की कमी : पोलार्ड
हैदराबाद. वेस्टइंडीज के कप्तान कीरोन पोलार्ड ने भारत के खिलाफ पहले टी-20 मैच में हार के बाद अपने बल्लेबाजों की तारीफ की, लेकिन कहा कि गेंदबाजी में अनुशासन का अभाव था. पोलार्ड ने मैच के बाद कहा कि हमने बल्लेबाजी अच्छी की. हमने 200 से अधिक रन बनाये. ऐसा अक्सर नहीं होता. गेंदबाजी में हालांकि अनुशासन का अभाव साफ दिखा. हमने 23 रन अतिरिक्त दिये, जिनमें 14 या 15 वाइड गेंदें थी, यानी अतिरिक्त गेंदे भी दे डाली. इतने फालतू रन और गेंद देने का खामियाजा तो भुगतना पड़ा.
टीमें
भारत
विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, लोकेश राहुल, संजू सैमसन, रिषभ पंत, मनीष पांडे, श्रेयस अय्यर, शिवम दुबे, रवींद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, दीपक चाहर, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी.
वेस्टइंडीज
कीरोन पोलार्ड (कप्तान), फेबियन एलेन, ब्रैंडन किंग, दिनेश रामदीन, शेल्डन कॉटरेल, एविन लुईस, शेरफाने रदरफोर्ड, शिमरोन हेटमेयर, खारी पियरे, लेंडिल सिमन्स, जेसन होल्डर, हेडन वॉल्श जूनियर, कीमो पॉल और केसरिक विलियम्स
07 लगातार मैच जीत चुका है भारत वेस्टइंडीज के खिलाफ, वहीं रविवार को मैच जीतने में सफल रहा, तो वेस्टइंडीज के खिलाफ लगातार तीसरा टी-20 खिताब होगा.
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कोहली के बारे में नया लिखना बेहद मुश्किल
कॉलम l पहले टी-20 में भारत की फील्डिंग थी साधारण
क्रिस श्रीकांत
मैं दुनियाभर के क्रिकेट लेखकों की दुविधा समझ सकता हूं. विराट कोहली के बारे में कुछ भी नया लिखना बेहद मुश्किल होता जा रहा है. ईमानदारी से कहूं, तो मैंने किसी भी बल्लेबाज को इस स्तर पर इतना निरंतर बेहतरीन प्रदर्शन करते नहीं देखा. मेरे हिसाब से चुनौतियों को स्वीकार करने की क्षमता और लक्ष्य पर केंद्रित दिमाग उनकी सबसे बड़ी ताकत है. जब उन्होंने 2009 में वापसी की थी, तो हम सभी जानते थे कि वो खास खिलाड़ी हैं, लेकिन वे सभी की अपेक्षाओं से आगे बढ़ गये हैं, मेरी भी. विराट कोहली को सदियों में पैदा होने वाला खिलाड़ी बताना स्वाभाविक है, लेकिन अगर मुझे किसी से उनकी तुलना करनी हो, तो मेरे जेहन में दो नाम आते हैं. एक ब्रायन लारा और दूसरे स्टीव वॉ. लक्ष्य का पीछा करते हुए विराट कोहली का खेल अलग स्तर पर पहुंच गया. जिस समय मैंने क्रिकेट खेला, अगर वो जावेद मियांदाद और विव रिचडर्स का युग था, तो ये पीढ़ी विराट कोहली के असाधारण प्रदर्शन से जानी जायेगी. तीसरे क्रम के किसी भी बल्लेबाज के लिए बड़े लक्ष्य का पीछा करने तक नाबाद रहना आसान नहीं होता. मगर भारतीय कप्तान ने असाधारण निरंतरता के साथ ऐसा करने में कामयाबी हासिल की है.
हैदराबाद में मिली जीत ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारतीय गेंदबाजों को क्या करने की जरूरत है. पिच सपाट थी, फील्डिंग साधारण थी और भारतीय गेंदबाज आक्रामक बल्लेबाजों की फौज का सामना कर रहे थे. लेकिन भारत को डेथ ओवरों में और विकल्प आजमाने चाहिए थे. आखिरकार सभी को मौका देना इसलिए भी अहम है, क्योंकि अगर ऐसा न किया गया, तो गेंदबाज सुस्त हो सकते हैं. खासकर ये देखते हुए कि ऑस्ट्रेलिया में होनेवाले टी-20 विश्व कप से पहले भारत को करीब 10 टी-20 मैच ही और खेलने हैं.
निश्चित रूप से जब जसप्रीत बुमराह की वापसी होगी व मोहम्मद शमी और कुलदीप यादव टी-20 प्लेइंग इलेवन में लौटेंगे, तो टीम की योजना भी बदलेगी. बावजूद इसके मौजूदा संसाधनों के साथ भी गेंदबाज और बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे. अगले दो मुकाबले सीखने के लिहाज से बेहतरीन होंगे.
और जैसा कि मैं पहले भी कह चुका हूं, इस फॉर्मेट में वेस्टइंडीज की टीम एक कड़ी चुनौती है. भारत ने अगर ये टेस्ट पास करते हुए सीरीज जीत ली, तो ये विश्व कप की तैयारियों के लिहाज से उसकी बड़ी जीत होगी. (टीसीएम)

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