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21 वीं सदी के झारखंड निर्माण का संकल्प

फ्लैग:::: आजसू ने जारी किया विजन डॉक्यूमेंटदिये नौ मंत्र : सुशासित, सुरक्षित, सुशिक्षित, सुविकसित, सुदर्शन, सुनिर्मल, सुस्वस्थ, सुजलाम सुफलाम और सुकल्याणकारी झारखंड बनेगावरीय संवाददाता, रांची आजसू पार्टी ने अपने विजन डॉक्यूमेंट में 21 वीं सदी के झारखंड निर्माण का संकल्प लिया है.आजसू ने नौ मंत्र सुशासित, सुरक्षित, सुशिक्षित, सुविकसित, सुदर्शन, सुनिर्मल, सुस्वस्थ, सुजलाम, सुफलाम और […]

फ्लैग:::: आजसू ने जारी किया विजन डॉक्यूमेंटदिये नौ मंत्र : सुशासित, सुरक्षित, सुशिक्षित, सुविकसित, सुदर्शन, सुनिर्मल, सुस्वस्थ, सुजलाम सुफलाम और सुकल्याणकारी झारखंड बनेगावरीय संवाददाता, रांची आजसू पार्टी ने अपने विजन डॉक्यूमेंट में 21 वीं सदी के झारखंड निर्माण का संकल्प लिया है.आजसू ने नौ मंत्र सुशासित, सुरक्षित, सुशिक्षित, सुविकसित, सुदर्शन, सुनिर्मल, सुस्वस्थ, सुजलाम, सुफलाम और सुकल्याणकारी झारखंड के जरिये झारखंड के नवनिर्माण की बात कही है. होटल बीएनआर चाणक्य में आजसू पार्टी के अध्यक्ष सुदेश महतो, राज्यसभा सांसद परिमल नाथवाणी, पूर्व राज्यसभा सांसद साबिर अली, विधायक चंद्रप्रकाश चौधरी, कमल किशोर भगत, नवीन जायसवाल, उमाकांत रजक व रामचंद्र साहिस की उपस्थिति में विजन डॉक्यूमेंट जारी किया गया. डॉक्यूमेंट में जनसेवा समर्पित सरकार की कल्पना की गयी है, जो नीति आधारित हो. न्यूनतम प्रशासनिक हस्तक्षेप, इंस्पेक्टर राज से मुक्ति और सीएम सचिवालय से लेकर ग्राम पंचायत तक ई-गवर्नेंस की बातें कही गयी है. आजसू ने सशक्त लोकपाल और फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से भ्रष्टाचार नियंत्रण की बातें कही है. डॉक्यूमेंट के बारे में एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष हेमलता एस मोहन ने विस्तार से जानकारी दी. पार्टी ने जनसंख्या के आधार पर नये पुलिस थानों के निर्माण, कंप्यूटराइज्ड पुलिस नेटवर्क, राजमार्गों पर विशेष सुरक्षा बल व सक्रिय सामुदायिक पुलिस के माध्यम से महिलाओं की सुरक्षा की बात कही है. शिक्षा के क्षेत्र का जिक्र करते हुए हर गांव में नि:शुल्क व अनिवार्य हाईस्कूल, हर जिले में स्पोर्ट्स कॉलेज, हर प्रखंड में डिग्री कॉलेज, ललित कला एकेडमी जैसी बातों का जिक्र किया गया है. गांवों में बिजली, सड़क, परिवहन की सुविधा की बातें कही गयी है. आजसू द्वारा स्मार्ट, हाइ टेक सिटी, जाम मुक्त ट्रैफिक की बातें भी कही गयी है. पार्टी द्वारा पर्यटन, नदियों की सफाई, पौधरोपण की बातें कही गयी है. स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी विश्वस्तरीय सुविधा बढ़ाने की बात कही गयी है. सकारात्मक सोच के साथ आयें लोग : सुदेश महतोआजसू पार्टी के अध्यक्ष सुदेश महतो ने कहा कि सशक्त झारखंड, समृद्ध झारखंड विजय डॉक्यूमेंट में 21 वीं सदी के झारखंड के निर्माण का संकल्प लिया गया है. सकारात्मक सोच के साथ लोग आगे आयें तभी झारखंड का नवनिर्माण हो सकेगा. आजसू ने झारखंड के प्रति अपनी जिम्मेवारी को समझा है. यही वजह है कि राज्य का निर्माण कैसा होना चाहिए, इस पर अपनी सोच जाहिर की है. उन्होंने कहा कि कमियों की आलोचना करने से कुछ नहीं होगा, बल्कि कमियों से बाहर निकल कर आगे सोचना होगा. उन्होंने कहा कि यह विडंबना ही है कि राष्ट्रीय फलक पर झारखंड का कोई नेता उभर कर नहीं आ सका है. कार्यक्रम के बाद श्री महतो ने कहा कि यह सही है कि गंठबंधन से सरकारें चलती हैं. चुनाव के बाद यदि ऐसी नौबत भी आयी तो कोई भी दल उनके प्रदेश के इस विजन से इनकार नहीं कर सकता. झारखंड के भी अच्छे दिन आयेंगे : परिमल नाथवाणीराज्यसभा के सांसद परिमल नाथवाणी ने कहा कि सारे विचारधारा मिल कर काम करेंगे तो झारखंड में भी अच्छे दिन आयेंगे. उन्होंने सुदेश महतो के संदर्भ में कहा वह पहले भी बड़ी राष्ट्रीय पार्टियों के साथ गंठबंधन में रह चुके हैं. दोनों विचारधारा के मिलने पर अच्छे दिन दूर नहीं हैं. उन्होंने कहा कि यदि लीडरशिप में भ्रष्टाचार की भावना नहीं होगी तो कोई काम मुश्किल नहीं होगा. विजन पर अमल करें : साबिर अलीपूर्व राज्यसभा सांसद साबिर अली ने कहा कि विजन बेहतर है, पर इसे अमल लाने पर ही राज्य का विकास हो सकता है. जब तक अफसरों व मंत्रियों की साझेदारी नहीं होगी तब तक भ्रष्टाचार नहीं हो सकता.25 फीसदी भी अमल में आ जाये तो विकास होगा : एके सिंहपूर्व मुख्य सचिव(सेवानिवृत्त) एके सिंह ने झारखंड में सबसे बड़ी बाध अस्थिर सरकारों को मान है. उन्होंने कहा कि 11 साल के झारखंड में उनका 19 बार तबादला किया गया. एक जगह केवल तीन घंटे में ही उन्हें हटा दिया गया. उन्होंने कहा कि अधिकारियों की लगाम सरकार के पास होती है. उनका सीआर मंत्रियों को लिखना होता है, पर कभी कोई मंत्री बताये कि कब उन्होंने अधिकारियों के खिलाफ लिखा है. श्री सिंह ने कहा कि कहा जाता है कि अधिकारी बेलगाम हो गये हैं पर लगाम तो सरकार के हाथ में ही है. उन्होंने कहा कि राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था धवस्त हो चुकी है. उन्होंने कहा कि झारखंड ही एक ऐसा राज्य है जहां केंद्रीय योजनाओं के हर साल 10 से 15 हजार करोड़ रुपये सरेंडर हो जाते हैं. इन्होंने भी दिये सुझाव विजन डॉक्यूमेंट पर डॉ शीन अख्तर, डॉ संजय बसु मल्लिक, डॉ मजीद आलम, मनोज तिवारी ने भी सुझाव दिये. स्वागत भाषण डॉ देवशरण भगत ने दिया व धन्यवाद ज्ञापन प्रभाकर तिर्की ने किया. मंच संचालन अजय मलकानी ने किया.

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