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इस्राइली गोल् ा बारी में 30 ढेर

-अब तक 1712 फलस्तीनियों की मौत एजेंसियां, गाजा/यरुशलमगाजा पट्टी पर रविवार को इस्राइल की ताजा गोलाबारी में कम से कम 30 लोग मारे गये, जिसके साथ ही हिंसा में अब तक 1712 फिलस्तीनियों की मौत हो चुकी है. इस्राइल ने हमास पर दबाव बनाये रखने की बात कही, लेकिन साथ ही तीन सप्ताह से जारी […]

-अब तक 1712 फलस्तीनियों की मौत एजेंसियां, गाजा/यरुशलमगाजा पट्टी पर रविवार को इस्राइल की ताजा गोलाबारी में कम से कम 30 लोग मारे गये, जिसके साथ ही हिंसा में अब तक 1712 फिलस्तीनियों की मौत हो चुकी है. इस्राइल ने हमास पर दबाव बनाये रखने की बात कही, लेकिन साथ ही तीन सप्ताह से जारी सैन्य अभियान को सीमित करने का भी संकेत दिया. मिस्र की सीमा से सटे राफाह में इस्राइली हमले मेंं जिन 30 लोगों की मौत हुई है. उनमें नौ एक ही परिवार के सदस्य हैं. इस्राइली हमले में 9000 से अधिक लोग घायल हुए. हमास द्वारा अगवा इस्राइली सैनिक की मौत :फिलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने गाजा में कहा कि मारे गये लोगों में 398 बच्चे, 207 महिलाएं और 74 बुजुर्ग हैं. इस्राइल ने रविवार को अपने उस सैनिक की मौत होने की घोषणा की जिसे शुक्रवार को हमास के आतंकियों ने अगवा कर लिया था. अपहरण की इस कथित घटना से 72 घंटे का संघर्ष विराम टूट गया, जो अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता से कायम हुआ था. अब तक 64 इस्राइली सैनिक मारे गये हैं. 400 अन्य घायल हुए हैं. रॉकेट और मोर्टार हमले में तीन इस्राइली नागरिकों एवं एक थाई नागरिक की भी जान गयी है. इस्राइल ने संकेत दिया है कि वह गाजा में जमीन पर आक्रामक कार्रवाई सीमित कर सकता है. उसने तटीय पट्टी के कुछ हिस्सों से सैनिक हटा लिए.चिली में इस्राइल के विरुद्ध प्रदर्शन संबंध तोड़ने की मांगसैंटियागो. गाजा में इस्राइली हमले के विरोध में चिली की राजधानी में हजारों लोगों ने मार्च निकाल कर राष्ट्रपति मिशेल बेशलेट से इस्राइल से सारे राजनयिक संबंध तोड़ने की मांग की है. प्रदर्शकारी राष्ट्रपति आवास तक निकाले गये मार्च में इस्राइल से संबंध तोड़ने का नारे लगा रहे थे. कुछ प्रदर्शनकारी बैनर लहर रहा थे. फिलस्तीन का पारंपरिक कैफ्फियेह स्कार्फ पहने हुए थे. एक करोड़ 70 लाख की आबादीवाले चिली में तीन लाख अरब हैं, जिनमें फिलीस्तीनी समुदाय बहुत बड़ी तादाद में है. इस्राइल की हिंसा के चलते चिली ने भी अर्जेंटीना, अल साल्वाडोर और पेरु की तरह अपने राजदूत को वापस बुला लिया है. इन सभी देशों में महत्वपूर्ण अरब आबादी है उनमें भी फिलीस्तीनी मूल के ज्यादा लोग हैं.मानवीय आपदा की ओर जा रहा गाजा संयुक्त राष्ट्र. गाजा में मौजूद यूएन के अधिकारियों का कहना है कि कई सप्ताह तक चले भीषण संघर्ष के बाद 18 लाख फिलस्तीनियों के लिए चिकित्सीय सेवाएं और अन्य सुविधाओं के ‘ढहने के कगार पर’ आ जाने के कारण गाजा पट्टी ‘स्वास्थ्य और मानवीय आपदा’ की ओर बढ़ती दिखायी दे रही है. फिलस्तीनी क्षेत्र में संयुक्त राष्ट्र के मानवीय समन्वयक जेम्स रॉले ने कहा कि गाजा पट्टी में चिकित्सीय सेवाएं और सुविधाएं ‘ढहने के कगार पर’ हैं. संघर्ष बढ़ने के साथ-साथ स्वास्थ्य आपदा बढ़ रही है. रॉले ने कहा,’अब हम स्वास्थ्य और मानवीय आपदा की ओर देख रहे हैं. युद्ध तुरंत रोका जाना चाहिए.’ गाजा पट्टी में चिकित्सीय कर्मचारियों और सुविधाओं की घोर कमी है. 18 लाख फिलस्तीनियों की आपात स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच में आ रही कमी भी चिंता जनक है. खतरनाक स्थिति एक तिहाई अस्पताल, 14 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 29 फिलस्तीनी रेड क्रीसेंट और स्वास्थ्य मंत्रालय के एंबुलेंस युद्ध में नष्ट हो गये हैं. कम से कम 40 प्रतिशत चिकित्सीय कर्मचारी व्यापक स्तर पर फैली हिंसा के कारण काम करने के लिए अस्पतालों और क्लिनिक में नहीं जा पा रहे हैं. कम से कम आधे सार्वजनिक स्वास्थ्य प्राथमिक देखभाल केंद्र बंद हैं. 7 जुलाई के बाद से 8000 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं. अधिकतर गंभीर रूप से घायल हैं. दवाइयों एवं प्रयोग करके फेंकनेवाली सिरिंज जैसी चीजों की आपूर्ति लगभग खत्म हो गयी है. इसके अलावा बिजली आपूर्ति के ध्वस्त हो जाने के कारण अस्पतालों को जनरेटरों जैसे अविश्वसनीय बैक-अप पर निर्भर रहना पड़ रहा है.

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