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बच्चों और पत्नी के साथ बिताते हैं छुट्टी

रांची जोन के आइजी एमएस भाटिया ने शेयर की निजी बातें ये है पसंद पसंदीदा किताब : द काइट रनरपसंदीदा फिल्म : थ्री इडियटपसंदीदा हीरो : आमिर खानपसंदीदा खाना : बटर चिकन, मुर्ग टिकापसंदीदा जगह : कश्मीर और गोवारांची जोन के आइजी एमएस भाटिया कहते हैं कि परिवार की परंपरा को आगे बढ़ाने और खुद […]

रांची जोन के आइजी एमएस भाटिया ने शेयर की निजी बातें ये है पसंद पसंदीदा किताब : द काइट रनरपसंदीदा फिल्म : थ्री इडियटपसंदीदा हीरो : आमिर खानपसंदीदा खाना : बटर चिकन, मुर्ग टिकापसंदीदा जगह : कश्मीर और गोवारांची जोन के आइजी एमएस भाटिया कहते हैं कि परिवार की परंपरा को आगे बढ़ाने और खुद के सपने को पूरा करने के लिए कठिन मेहनत की. इसकी बदौलत आज यहां पहुंचा हूं. लाइफ @ रांची से बातचीत में श्री भाटिया ने कहा कि उन्होंने परिवार से ज्यादा अपने काम को महत्व दिया. वह रविवार को भी काम करने से पीछे नहीं हटते. जब भी समय मिलता है बच्चों और पत्नी रिमी भाटिया के साथ समय बिताते हैं. रविवार को ज्यादा बच्चों के साथ समय बिताते हैं. उनकी पढ़ाई के बारे में जानकारी लेते हैं और दोस्तों के बारे में बात करते हैं. कभी-कभी पत्नी के साथ शॉपिंग या फिल्म देखना भी पसंद करते हैं. उन्हें नॉवेल पढ़ना भी काफी पसंद है. कोलकाता से प्रारंभिक शिक्षा भाटिया जी की प्रारंभिक पढ़ाई कोलकाता से हुई है. उन्होंने डॉन बॉस्को स्कूल से 12वीं तक की शिक्षा हासिल की. इसके बाद पिता जी का ट्रांसफर पंजाब हो गया. आगे की पढ़ाई पंजाब विवि से पूरी हुई. वह कहते हैं कि पंजाब के केपीएस गिल जिन्होंने आतंकवाद का सफाया किया उन्हें देख कर मुझे आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली. मैंने भी यूपीएसी की परीक्षा दी और सफल हुआ. पहली पोस्टिंग पटना के बाढ़ में एएसपी के रूप में हुई. 1995 में आइपीएस की ट्रेनिंग के दौरान रिमी भाटिया से शादी हुई. रिमी जी कहती हैंकि शादी के बाद भाटिया जी जहां भी गये, वह भी उनके साथ रहीं. इसके बाद बच्चे की पढ़ाई के लिए कई बार अकेले रहना पड़ा. वह कहती हैं कि कई बार तो ऐसा होता है कि बच्चों के जन्मदिन पर भी वह नहीं आ पाते हैं. हालांकि हम सभी उनके काम के बारे में जानते हैं, इसलिए परेशान नहीं करते. पत्नी का रहा सपोर्ट भाटिया जी कहते हैं पत्नी ने हर कदम पर साथ दिया. हमेशा मेरे पीछे खड़ी रहीं. जब भी कोई समस्या हुई, तो उनसे साझा कर हल निकाल लेता हूं. हमेशा उनका सपोर्ट मिलता रहा है. उन्होंने परिवार और बच्चों को बहुत अच्छे तरीके से संभाला है. जब भी वह किचन में खाना बनाती हैं, तो मैं टेस्ट करने जरूर पहुंच जाता हूं. बच्चों के साथ खूब मस्तीभाटिया जी का एक बेटा और एक बेटी है. बेटा जसकरण बेंगलुरु में बीबीए कर रहा है. बेटी पिया रांची के लॉरेंटो स्कूल में 9वीं कक्षा की छात्रा है. पिया कहती है कि पापा से जब भी मिलती हूं, तो समय का पता ही नहीं चलता. उनके साथ खूब मस्ती होती है. उन्हें जब भी समय मिलता है हमारे साथ घूमने जाते हैं. जब पापा किसी खतरनाक जगह पर जाते हैं, तो बहुत डर लगता है. स्कूल में जब मेरे पापा के बारे में बताया जाता है, तो गर्व महसूस होता है कि मैं इनकी बेटी हूं.

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