पंचायतों में बिना जरूरत बनायी जा रही जलमीनार
रांची : सोलर स्ट्रीट लाइट व पानी टैंक सहित अन्य सामान की खरीद में गड़बड़ी के बाद अब सोलर जलमीनार (पुराने नलकूप में डीसी मोटर, सोलर पैनल व बैटरी तथा टंकी सहित चार नल लगाने की योजना) की खरीद में मुखिया खूब रुचि दिखा रहे हैं. नामकुम प्रखंड की टाटी पश्चिमी पंचायत के ज्यादातर घरों […]
रांची : सोलर स्ट्रीट लाइट व पानी टैंक सहित अन्य सामान की खरीद में गड़बड़ी के बाद अब सोलर जलमीनार (पुराने नलकूप में डीसी मोटर, सोलर पैनल व बैटरी तथा टंकी सहित चार नल लगाने की योजना) की खरीद में मुखिया खूब रुचि दिखा रहे हैं. नामकुम प्रखंड की टाटी पश्चिमी पंचायत के ज्यादातर घरों में पानी की व्यवस्था रहने के बावजूद वहां 14 जलमीनार बना दी गयी.
इनमें से चार खराब भी हो गयी. टाटी पूर्वी सहित अनगड़ा व अन्य प्रखंडों की पंचायतों में भी यही हो रहा है. इसकी वजह मुखिया को प्रति जलमीनार 40 हजार रु तक की कमाई होना है. दरअसल, विभिन्न पंचायतों में ग्रामसभा तथा क्रय समिति की सहमति के बगैर सोलर जलमीनार का क्रय किया जा रहा है. बड़े पैमाने पर इसमें गड़बड़ी की खबर आ रही है.
इस पर रोक लगाने की जरूरत
इस संबंध में पेयजल व स्वच्छता सचिव आराधना पटनायक ने ग्रामीण विकास सचिव को 14 अगस्त को पत्र लिखा. पत्र में कहा गया है कि उनके विभाग के तहत राज्य के एससी-एसटी इलाके में कुल 11,124 जलमीनार लगाने का काम प्रक्रियाधीन है.
वहीं, ग्रामीण विकास विभाग के पंचायती राज प्रभाग के तहत 14वें वित्त आयोग की राशि से पंचायतों में प्रति यूनिट 3.16 लाख की लागत से जलमीनार बनायी जा रही है. मुखिया यह काम तय मापदंड के तहत नहीं कर रहे हैं, पर भुगतान पूरा किया जा रहा है. इसे तत्काल रोकने की आवश्यकता है. पटनायक ने ग्रामीण विकास सचिव से मापदंड के आधार पर ही भुगतान संबंधी कार्रवाई करने का आग्रह किया है.
पहले भी हुई है शिकायत
इससे पहले इटकी व टाटी पश्चिमी पंचायत संबंधी शिकायत क्रमश: उपायुक्त व बीडीअो से की गयी थी. कहा गया था कि बगैर प्राक्कलन के जलमीनार पर तीन लाख से अधिक खर्च किये जा रहे हैं.
वहीं अनगड़ा की 10 पंचायतों के मुखिया व पंचायत सेवकों पर भी फर्जी प्रतिष्ठान से करीब 40 लाख की जलमीनार सहित अन्य उपकरण खरीदने का आरोप लगा था. आपूर्तिकर्ता जगदंबा इंटरप्राइजेज को डीडसी, रांची ने फर्जी प्रतिष्ठान बताया था तथा प्रखंड की बरवादाग, सिरका, लुपुंग, राजाडेरा, हेसल, चतरा, चिलदाग, हरातू, गुड़ीडीह व नवागढ़ पंचायत के मुखिया व पंचायत सेवकों को शो-कॉज किया था.