रांची : हरमू फ्लाइओवर बनाने के लिए एनएचएआइ सहमत

मनोज लाल रांची : अब हरमू फ्लाइओवर का निर्माण नेशनल हाइवे अॉथोरिटी अॉफ इंडिया (एनएचएआइ) करायेगी. एनएचएआइ ने इस पर सहमति दे दी है. एनएचएआइ ही इसका डीपीआर तैयार करायेगा. इसके बाद योजना स्वीकृति की प्रक्रिया की जायेगी. एनएचएआइ से योजना स्वीकृत होने और राशि की व्यवस्था होने के बाद टेंडर आदि की प्रक्रिया की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 15, 2019 8:14 AM
मनोज लाल
रांची : अब हरमू फ्लाइओवर का निर्माण नेशनल हाइवे अॉथोरिटी अॉफ इंडिया (एनएचएआइ) करायेगी. एनएचएआइ ने इस पर सहमति दे दी है. एनएचएआइ ही इसका डीपीआर तैयार करायेगा. इसके बाद योजना स्वीकृति की प्रक्रिया की जायेगी. एनएचएआइ से योजना स्वीकृत होने और राशि की व्यवस्था होने के बाद टेंडर आदि की प्रक्रिया की जायेगी. इसे लेकर अब रातू रोड एलिवेटेड कॉरीडोर के प्लान में भी थोड़ा संशोधन करना होगा.
रातू रोड एलिवेटेड कॉरीडोर और फ्लाइओवर दोनों को रातू रोड चौक पर से गुजरना है. ऐसे में जंक्शन किस तरह तैयार किया जायेगा, इस पर निर्णय लिया जायेगा. यह भी निर्णय लिया गया है कि फ्लाइओवर और रातू रोड एलिवेटेड कॉरीडोर का काम एक साथ शुरू कराया जायेगा.
अधिकारियों का कहना है कि हरमू फ्लाइओवर के लिए टेंडर जारी करने व इसके निष्पादन के बाद काम शुरू करने में एक साल का समय लग जायेगा. तब तक रातू रोड एलिवेटेड कॉरीडोर का काम भी शुरू नहीं होगा.
नगर विकास ने हाथ खींच लिया था : इससे पूर्व नगर विकास विभाग ने हरमू फ्लाइओवर निर्माण की योजना तैयार की थी. इसके लिए निर्माण के लिए कई आवश्यक प्रक्रिया भी कर ली गयी थी.
लंबे समय तक विभाग द्वारा इसके निर्माण को लेकर मंथन किया जाता रहा. शुरू में जमीन की समस्या आयी, तो लोगों को नोटिस दिया गया. राजभवन से भी जमीन की मांग की गयी. अब जाकर नगर विकास विभाग ने इसके निर्माण से अपना हाथ खींच लिया और एनएचएआइ से आग्रह किया कि वह इसका निर्माण करा दे. इस आग्रह पर एनएचएआइ ने सहमति जतायी है.
टेंडर पड़ा हुआ है एलिवेटेड कॉरीडोर का : इधर, रातू रोड एलिवेटेड कॉरीडोर का टेंडर पड़ा हुआ है. टेंडर हुए साल भर से ज्यादा हो गया है. योजना के लिए कई एजेंसियों ने टेंडर भरा है. कई बार टेंडर की तिथि बढ़ायी गयी है. हर बार कुछ न कुछ कारण से तिथि बढ़ती जा रही है. यह भी तय हो गया है कि कहां से एलिवेटेड कॉरीडोर की योजना शुरू की जायेगी.
इटकी रोड व पंडरा रोड दोनों रोड से एलिवेटेड कॉरीडोर पर चढ़ने या उतरने की व्यवस्था करनी है. ऐसे में जमीन को लेकर दोनों ओर के रैयतों को नोटिस भी किया गया था. सारी समस्याओं का हल भी हो गया है. इस योजना के मद्देनजर पिस्का मोड़-पलमा व रांची-बिजुपाड़ा फोरलेन योजना को भी पिस्का मोड़ के काफी पहले तक समाप्त कर दिया गया है.
जगी थी आशा, फंस गया मामला, अब लगेगा लंबा समय
रातू रोड इलाके की ही नहीं इस मार्ग से गुजरने वाले मांडर, पलामू, चान्हो, बिजुपाड़ा, कुड़ू, लोहरदगा, रातू, इटकी, बेड़ो, गुमला, सिमडेगा आदि इलाके के लोगों को आशा जगी थी. वे राहत महसूस कर रहे थे कि पिस्का मोड़ से कचहरी चौक (रातू रोड) के चौड़ीकरण हो जाने या एलिवेटेड कॉरीडोर बन जाने से हर दिन लंबे समय के लिए जाम में फंसना नहीं पड़ेगा.
खास कर मरीज लेकर आने-जानेवाले एंबुलेंस को भी रास्ता मिल जायेगा, क्योंकि इस मार्ग पर डेढ़ से दो किमी की दूरी तय करने में आधे घंटे से अधिक समय लगता है. पीक आवर में रातू रोड से गुजरने वाले लोगों का एक घंटे से अधिक समय जाम में फंसने से चला जाता है. ईंधन भी अलग से अत्यधिक जल रहे हैं. अब मामला साल भर के लिए फंस गया है.
एलिवेटेड रोड बनाने को लेकर सर्ड ऑफिस के बाद फोरलेनिंग का काम रोक िदया गया है, इससे यहां सड़क की हालत बदतर हो गयी है और रोजाना घंटों जाम लगता है़ अब एलिवेटेड रोड का काम साल भर तक टल जाने की आशंका है, जिससे लोगों की परेशानी बढ़ेगी़

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