बुद्ध के विचारों ने वेदना दूर करने की शिक्षा दी

रांची : छोटानागपुर बौद्ध सोसाइटी द्वारा भगवान बुद्ध की 2563 वीं जयंती शनिवार को धूमधाम से मनायी गयी. मौके पर छोटानागपुर सोसाइटी के अध्यक्ष एसके तामंग ने कहा कि हमें इस बात का गर्व है कि नये-नये विचारों के इस दौर में कभी भी एक दूसरे के अधिकारों या भावनाओं का अतिक्रमण नहीं किया. देश […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 19, 2019 2:11 AM

रांची : छोटानागपुर बौद्ध सोसाइटी द्वारा भगवान बुद्ध की 2563 वीं जयंती शनिवार को धूमधाम से मनायी गयी. मौके पर छोटानागपुर सोसाइटी के अध्यक्ष एसके तामंग ने कहा कि हमें इस बात का गर्व है कि नये-नये विचारों के इस दौर में कभी भी एक दूसरे के अधिकारों या भावनाओं का अतिक्रमण नहीं किया.

देश से जो भी विचारधारा निकली, पूरी मानव जाति के हितों को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ती चली गयी. हमें बुद्ध के विचारों ने दूसरों की वेदना और दुख दूर करने की शिक्षा दी. इस अवसर पर सुबह 7.00 बजे गोरखा चौक पर स्थित भगवान बुद्ध के मंदिर में लामाओं द्वारा पूजा-अर्चना की गयी.

इसके बाद सुबह दस बजे गोरखा चौक से शोभायात्रा निकाली गयी. भगवान बुद्ध की प्रतिमा को कंधे पर लेकर महिलाओं द्वारा माथे पर भगवान बुद्ध की पुस्तक त्रिपट लेकर बुद्धम शरणम गच्छामि…गाते हुए शोभायात्रा निकाली गयी. पद्मश्री मुकुंद नायक, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, छोटानागपुर बौद्ध सोसाइटी के अध्यक्ष एसके तामंग और रितेश थापा के नेतृत्व में मुख्य शोभायात्रा गोरखा चौक से जैप वन आवासीय परिसर, हास्पिटल लाइन होते हुए सिद्धार्थ नगर स्थित भगवान बुद्ध के स्तूप तक गयी.

शोभायात्रा में सागर छेत्री, मन कुमार तामंग, दीपाली राय, रोजी थापा, प्रकाश प्रधान और अरुण प्रधान उपस्थित थे. संध्या सात बजे से खुखरी आर्केस्ट्रा जैप वन के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया.

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