भीषण गर्मी में घंटों शटडाउन के कारण लोगों को हो रही परेशानी पर अब लगेगा ब्रेक

रांची : भीषण गर्मी में घंटों शटडाउन के कारण बिजली उपभोक्ताओं को होनेवाली परेशानी पर अब ब्रेक लगेगा. प्रभात खबर में हाल ही में इस समस्या से संबंधित खबर प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) हरकत में आ गया. भीषण गर्मी को देखते हुए निगम ने सभी विद्युत अभियंता […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 18, 2019 3:45 AM

रांची : भीषण गर्मी में घंटों शटडाउन के कारण बिजली उपभोक्ताओं को होनेवाली परेशानी पर अब ब्रेक लगेगा. प्रभात खबर में हाल ही में इस समस्या से संबंधित खबर प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) हरकत में आ गया. भीषण गर्मी को देखते हुए निगम ने सभी विद्युत अभियंता को शटडाउन के लिए सख्त गाइडलाइन जारी कर दिया है.

अब जरूरी होने पर दो से ढाई घंटों के लिए ही शटडाउन लिया जायेगी. इसके लिए सुबह 5 से 7:30 बजे तक का समय भी निर्धारित किया गया है. निगम के इस आदेश को कड़ाई से अनुपालन करने को कहा गया है. जेबीवीएनएल ने कहा कि राजधानी में जरूरत से ज्यादा बिजली उपलब्ध है, इसकी कमी से समस्या नहीं है.

मेंटनेंस के नाम पर ठप रहती थी बिजली आपूर्ति
इससे पहले शहर में लगातार विभिन्न इलाकों में 11 केवी तार बदलने, एलटी एवी केबल को टाइट करने के अलावा कनेक्शन शफ्टिंग कार्य, पेड़ की टहनियां काटने, ट्रांसफार्मर को बदलने उसे चार्ज करने आदि को लेकर बिजली विभाग की ओर से अघोषित तौर पर घंटों शटडाउन लिया जा रहा था. इसकी अवधि दो घंटे से लेकर सात घंटे तक की होती थी.
इतने लंबे समय तक संबंधित इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप होने के कारण उपभोक्ताओं के लिए यह काम मुसीबत बन जाता था. अब कहा गया है कि महज रोड चौड़ीकरण को लेकर ही समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं.
जेबीवीएनएल ने सभी विद्युत अभियंताओं को शटडाउन के लिए सख्त गाइडलाइन जारी किया
मेंटेनेंस के नाम पर 17 मई से शटडाउन लेना बंद, फिर भी कई जगह हो रही अघोषित कटौती
रांची में इस समय बिजली की उपलब्धता 315 मेगावाट
चालू वर्ष में सर्वाधिक खपत 270 मेगावाट आंकी गयी
खपत के मुकाबले 45 मेगावाट अधिक की सप्लाई
अप्रैल से जून तक रहती है बिजली की ज्यादा डिमांड
रांची शहरी क्षेत्रों में पावर सप्लाई की कुल क्षमता
शहरी क्षेत्र में कुल 31 पावर सब स्टेशन हैं. इनमें 33 केवी के 35 फीडर हैं. 30 फीडरों से औसतन 23 घंटे बिजली मिलती है. वहीं, 5 फीडर में औसतन 21 घंटे बिजली मिल रही हैं. इसके अलावा शहरी क्षेत्र में 11 केवी के कुल 149 फीडर हैं. इनमें से 100 फीडर में औसतन 23 घंटे बिजली की उपलब्धता है. जबकि, 30 फीडरों से में औसतन 21 घंटे ही बिजली रही है.
जारी है पावर कट
गुरुवार को मोरहाबादी एरिया में आधी रात के बाद बिजली चली गयी, जो शुक्रवार सुबह सात बजे रिस्टोर हो सकी. इधर, शुक्रवार को भी शहर में बार-बार लाइन ट्रिपिंग की समस्या रही. राजधानी के आइटीआइ, पिस्का मोड़ फीडर से सुबह तीन घंटे बिजली आपूर्ति बाधित रही. कई जगहों से बिजली की अघोषित कटौती की शिकायतें रहीं, इससे शहर के बिजली उपभोक्ताओं को फिलहाल राहत नहीं मिली है.
इधर, झारखंड चेंबर ने की प्रेस वार्ता, जेबीवीएनएल को निशाने पर लिया

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