रांची : मॉल से लेकर छोटी दुकानों तक में पॉश मशीनों की डिमांड
रांची : मॉल में खरीदारी करनी हो या पेट्रोल पंपों से तेल भराना हो, अधिकांश जगहों पर लोग कैश के बजाय डेबिट कार्ड से भुगतान कर रहे हैं. यही वजह है कि रांची समेत पूरे झारखंड में बड़े-बड़े शॉपिंग मॉल से लेकर छोटी-छोटी दुकानों तक में पॉश मशीनों की संख्या में तेजी से बढ़ रही […]
रांची : मॉल में खरीदारी करनी हो या पेट्रोल पंपों से तेल भराना हो, अधिकांश जगहों पर लोग कैश के बजाय डेबिट कार्ड से भुगतान कर रहे हैं. यही वजह है कि रांची समेत पूरे झारखंड में बड़े-बड़े शॉपिंग मॉल से लेकर छोटी-छोटी दुकानों तक में पॉश मशीनों की संख्या में तेजी से बढ़ रही है. डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए बैंक भी काफी प्रयास कर रहे हैं. एसएलबीसी के आंकड़ों के अनुसार, विभिन्न बैंकों ने 31 दिसंबर 2018 तक झारखंड में विभिन्न दुकानों में 31,017 पॉश मशीनें लगायी हैं.
वहीं, 31 दिसंबर 2017 तक झारखंड में कुल 28,203 पॉश मशीनें लगायी गयी थीं. इधर आंकड़े बताते हैं कि पॉश मशीनें लगाने में एसबीआइ अव्वल है. एसबीआइ ने 12,535 पॉश मशीनें झारखंड में लगायी हैं. जबकि, दूसरे स्थान पर रहे बैंक ऑफ इंडिया ने 7,629 पॉश मशीनें लगायी हैं. डिमांड यह है कि बैंकों के पास पॉश मशीनें लगाने के कई आवेदन वेटिंग में हैं. झारखंड में एसबीआइ के पास लगभग 400 आवेदन वेटिंग में हैं.
पॉश मशीन में किये जा रहे बदलाव
मोबाइल में टू, थ्री एवं 4जी में हो रहे बदलाव को लेकर पॉश मशीन को अपग्रेड करने का काम किया जा रहा है. लोग आसानी से अपने कार्ड के माध्यम से सुरक्षित तरीके से भुगतान कर सकें, इसके लिए बैंक नयी-नयी तकनीक की मशीन लगा रहे हैं.
किन बैंकों ने कितने पॉश मशीन लगाये हैं
बैंक संख्या
एसबीआइ 12,535
बीओआइ 7,629
एचडीएफसी 2,408
आइसीआइसीआइ 1,991
बीओबी 1,728
आइडीबीआइ 597
यूनियन बैंक 445
केनरा बैंक 314
इलाहाबाद बैंक 185
पंजाब नेशनल बैंक 139
डिजिटल लेन-देन के लिए प्रति लोग काफी जागरूक हुए हैं. स्थिति यह है कि पॉश मशीन की डिमांड काफी बढ़ गयी है. झारखंड में एसबीआइ के पास लगभग 400 आवेदन ऐसे हैं, जहां पॉश मशीन लगाने हैं.
संजय श्रीवास्तव, डीजीएम, एसबीआइ