रांची : कुम्हारों को टिकट देनेवालों को हमारा समर्थन : बाटुल

रांची : झारखंड प्रजापति कुम्हार महासंघ के तत्वावधान में शनिवार को विधानसभा मैदान में महाजुटान कार्यक्रम का आयोजन किया गया. बेरमो विधायक सह महासंघ के संरक्षक योगेश्वर महतो बाटुल ने कहा कि झारखंड में 32 लाख कुम्हार हैं. इसके बाद भी आबादी के अनुसार चुनाव में टिकट नहीं दिया जाता है. कुम्हार ही एक ऐसी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 24, 2019 4:41 AM

रांची : झारखंड प्रजापति कुम्हार महासंघ के तत्वावधान में शनिवार को विधानसभा मैदान में महाजुटान कार्यक्रम का आयोजन किया गया. बेरमो विधायक सह महासंघ के संरक्षक योगेश्वर महतो बाटुल ने कहा कि झारखंड में 32 लाख कुम्हार हैं. इसके बाद भी आबादी के अनुसार चुनाव में टिकट नहीं दिया जाता है.

कुम्हार ही एक ऐसी जाति है जो पूरे देश के साथ झारखंड में गोलबंद होकर वोट डालता है. समय रहते अगर राजनीति दल गंभीरता से नहीं लेंगे तो उन्हें भारी नुकसान होगा. महासंघ सभी राजनीतिक पार्टियों से अपनी बात को रखने का काम करेगा. जो पार्टी कुम्हारों को लोकसभा में टिकट देने का काम करेगी, उस पार्टी की ओर झुकाव निश्चित रूप से रहेगा.

झारखंड माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष चंद्र प्रजापति ने कहा कि बोर्ड के माध्यम से कुम्हारों को आधुनिक तरीके से रोजगार से जोड़ने का काम किया जा रहा है. अभी माटी के काम में लगे लोगों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है एवं जो भी प्रशिक्षण लेना चाहते हैं उन्हें मौका दिया जायेगा. प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र महतो ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में जो पार्टी तीन सीट देने का काम करेगी उसी दल को कुम्हार समाज समर्थन देगा.
उन्होंने कहा कि जिसकी जितनी भागीदारी उतनी हिस्सेदारी देनी होगी. कुम्हार समाज को दलों ने वर्षों से छलने का काम किया है. कुम्हार ही ऐसी जाति है जिसके 10 से 50 हजार तक वोटर प्रत्येक विधानसभा में हैं. वे जिसे चाहेंगे जिताने एवं हराने की क्षमता रखते हैं. ईश्वर चंद्र प्रजापति ने कहा कि कुम्हार जग चुके हैं. अब कोई भी कुम्हार की आवाज को दबा नहीं सकता है. झारखंड के 24 जिलों के कुम्हारों ने संकल्पित होकर करो या मरो की लड़ाई लड़ने की तैयारी की है.
अब कुम्हार रूकेगा नहीं, झुकेगा नहीं, थकेगा नहीं. इस अवसर पर कुम्हारों की भावना से खिलवाड़ करनेवाले राजनीतिक दलों को सबक सिखाने का संकल्प कुम्हार समाज ने लिया. सभा को गंगाधर प्रजापति, राजेंद्र पंडित, संजय पंडित, ईश्वर प्रजापति ने भी संबोधित किया.
महासंघ की प्रमुख मांगें
  • लोकसभा चुनाव में कुम्हारों के आबादी के अनुरूप कम से कम तीन सीट दी जाये
  • माटी कला बोर्ड को हर वर्ष 100 करोड़ रुपये दिये जायें
  • मंडल कमीशन के आधार पर पूरे देश में पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण मिल रहा है, लेकिन झारखंड में महज 14 प्रतिशत है, इसे बढ़ा कर 36 प्रतिशत किया जाये

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