रांची : दुकानों के सामने ही लगा देते हैं गाड़ियां पैदल चलने लायक भी रास्ता नहीं छोड़ते

रांची : अपर बाजार के दुकानदार और यहां खरीदारी करने के लिए आनेवाले ग्राहक ‘हम नहीं सुधरेंगे’ की तर्ज पर चल रहे हैं. यही वजह है कि इस व्यस्त बाजार में हमेशा जाम लगा रहता है. अपर बाजार के सबसे व्यस्त इलाके रंगरेज गली, जेजे रोड, पुस्तक पथ से गांधी चौक होते हुए महावीर चौक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 14, 2018 9:07 AM
रांची : अपर बाजार के दुकानदार और यहां खरीदारी करने के लिए आनेवाले ग्राहक ‘हम नहीं सुधरेंगे’ की तर्ज पर चल रहे हैं. यही वजह है कि इस व्यस्त बाजार में हमेशा जाम लगा रहता है. अपर बाजार के सबसे व्यस्त इलाके रंगरेज गली, जेजे रोड, पुस्तक पथ से गांधी चौक होते हुए महावीर चौक तथा श्रद्धानंद रोड (सुभाष चौक) से महावीर चौक तक प्रतिदिन जाम लगता है. सभी दुकानदार अपनी दुकान के सामने वाहन लगा कर देखते रहते हैं, जाम लगने के बाद भी उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता. हालत यह है कि लोग अब अपर बाजार में खरीदारी के नाम से भी कतराने लगे हैं. सोमवार, बाजार के दिन बुधवार व शनिवार को यहां की स्थिति भयावह हो जाती है.
जल्द ही लागू की जायेगी वन-वे ट्रैफिक व्यवस्था
जाम से निबटने के लिए अपर बाजार में वन वे व्यवस्था शीघ्र लागू की जायेगी. इसके लिए चैंबर ऑफ कॉमर्स ने ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग के साथ बैठक की और वन वे व्यवस्था प्रस्ताव दिया था. चैंबर के पदाधिकारियों, सिटी मैनेजर के साथ मिलकर ट्रैफिक एसपी ने सड़कों का निरीक्षण किया.
इसके तहत शहीद चौक से महावीर चौक, प्यादा टोली रोड होते हुए न्यू मार्केट तथा आने के लिए नागा बाबा खटाल (राजभवन के गेट नंबर दो के सामने) से महावीर चौक, श्रद्धानंद रोड, रांची विवि होते हुए वाहन चालक मेन रोड अथवा कचहरी की ओर जायेंगे. गौरतलब है कि वर्ष 2015 में तत्कालीन ट्रैफिक एसपी राजीव रंजन ने यह व्यवस्था शुरू की थी. बाद में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की कमी की बात कहते हुए इस व्यवस्था को खत्म कर दिया गया था. क्योंकि इसके लिए महावीर चौक, प्यादा टोली चौक, राजभवन गेट नंबर दो के समीप और सुभाष चौक के पास ट्रैफिक पुलिसकर्मी को लगाना होगा. इस संबंध में ट्रैफिक एसपी ने बताया कि वन वे को लेकर समीक्षा की गयी है, लागू करने पर शीघ्र विचार किया जायेगा.
रंगरेज गली में गाड़ी ले जाना तो दूर, यहां पैदल चलना मुश्किल है. कई बड़ी-बड़ी दुकानों के सामने लोहे का ग्रिल रोड पर रख दिया गया है, ताकि वहां कोई वाहन नहीं लगा सके. उस ग्रिल के आगे केवल दुकानदाराें का वाहन लगा रहता है. कोई ग्राहक अपना दोपहिया वाहन लेकर खरीदारी करने गया, तो उसे वाहन लगाने के लिए जगह नहीं मिलती है. रंगरेज गली से घुस कर पेपर मार्केट जाने वाले मोड़ पर भी वाहन लगे रहते हैं. वहीं पर ठेले-खोमचे भी लगे रहते हैं, जिससे जाम और बढ़ जाता है.
पुस्तक पथ से लेकर गांधी चौक तथा गांधी चौक से महावीर चौक तक हर दिन जाम लगता है. गांधी चौक से ढिबरी बाजार के बीच में दोनों ओर कई मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स हैं. लेकिन, किसी मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स में पार्किंग की व्यवस्था नहीं है. दुकानदार के साथ ग्राहक का भी वाहन वहां लगता है, जिसके कारण गांधी चौक से ढिबरी बाजार तक हर रोज जाम की स्थिति रहती है.
मौलाना आजाद कॉलेज के आगे से चुरूवाला हाेते हुए बकरी बाजार जानेवाला रास्ता और जेजे रोड से लेकर गाड़ीखाना चौक तक प्रतिदिन जाम की स्थिति बनी रहती है. इस रोड की हालत यह है कि इस रोड में यदि एक मालवाहक ऑटो घुस गया, तो रोड जाम में वाहन चालक घंटों फंस जाते हैं. जेजे रोड में कई बड़े दुकानदारों के चार पहिया वाहन भी रोड पर लगा रहते हैं.
16 जगहों पर शुरू हुआ ई-चालान का ट्रायल
इन जगहों पर ट्रायल शुरू हुआ
बिरसा चौक, प्रेमसंस मंदिर चौक, सुजाता चौक, जेल चौक, अरगोड़ा चौक, चांदनी चौक, सर्जना चौक, करमटोली चौक, सहजानंद चौक, हिनू चौक, कचहरी चौक, बूटी मोड़, रातू रोड चौक, एजी मोड़ सिरमटोली चौक व लालपुर चौक.

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