हजारीबाग में छह लोगों की मौत मामला : पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद जांच मुकाम तक पहुंचायेंगे : DIG

सलाउद्दीन हजारीबाग में छह लोगों की मौत के बाद उठ रहे सवालों पर डीआइजी से बातचीत हजारीबाग : शहर में ड्राई फ्रूट व्यवसायी नरेश महेश्वरी, महावीर महेश्वरी, किरण महेश्वरी, प्रीति अग्रवाल और दो बच्चे अमन व आनवी की रहस्यमय मौत की गुत्थी उलझती जा रही है. खजांची तालाब के निकट सीडीएम शुभम अपार्टमेंट में 15 […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 17, 2018 5:39 AM
सलाउद्दीन
हजारीबाग में छह लोगों की मौत के बाद उठ रहे सवालों पर डीआइजी से बातचीत
हजारीबाग : शहर में ड्राई फ्रूट व्यवसायी नरेश महेश्वरी, महावीर महेश्वरी, किरण महेश्वरी, प्रीति अग्रवाल और दो बच्चे अमन व आनवी की रहस्यमय मौत की गुत्थी उलझती जा रही है.
खजांची तालाब के निकट सीडीएम शुभम अपार्टमेंट में 15 जुलाई की घटना पर शहर समेत पूरे राज्य में मौत के कारणों को जानने के लिए लोग उतावले हैं. हर परिवार में यह घटना चर्चा का विषय बना हुआ है. छह लोगों की मौत को लेकर उठ रहे सवाल पर प्रभात खबर संवाददाता ने पुलिस के वरीय अधिकारी डीआइजी पंकज कंबोज से उनका जवाब जानने का प्रयास किया. ताकि जनता के सवालों का जवाब मिल सके.
Q. महेश्वरी परिवार की तीन पीढ़ी के लोगों की मौत हत्या है या आत्महत्या.
छह लोगों की मौत की स्थिति को देख कर हत्या व आत्महत्या दोनों मान कर पुलिस जांच कर रही है.
Q. कर्ज को लेकर परिवार की आत्महत्या से संबंधित क्या जानकारी है.
नरेश महेश्वरी के चचेरे भाई द्वारा 50 लाख के कर्ज होने की बात बतायी गयी थी. किसी व्यक्ति के पास पांच लाख रुपये बकाया था. इसमें चार लाख, 10 हजार रुपये नरेश महेश्वरी को भुगतान कर दिया. 90 हजार रुपये की जब मांग की, तो उस व्यक्ति ने एक-दूसरे व्यक्ति को बीच में लाया. इस पर नरेश महेश्वरी ने उस व्यक्ति को एसएमएस किया कि 90 हजार रुपये मुझे नहीं चाहिए. देनदार व्यक्ति ने नरेश के अन्य परिजनों को यह बताया कि इस तरह का एसएमएस किया है. यह पूरी जानकारी परिजनों ने पुलिस को दी है. लेकिन घर की स्थिति, बच्चों की पढ़ाई व रहन-सहन को देख कर नहीं लगता है कि यह परिवार आर्थिक तंगी में था.
Q. 10 वर्षीय बच्चा अमन का गला ब्लेड से काटा जा सकता है.
खून लगा ब्लेड मिला है. अमन का गर्दन किस तेज धारदार हथियार से काटा गया है. गर्दन की नस कटी है या गर्दन की हड्डी रेती गयी है, यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा.
Q. नरेश महेश्वरी ने परिवार के पांच लोगों को मार कर आत्महत्या की, क्या पुलिस ऐसा मानती है.
यह जांच में अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है कि छह लोगों की मौत में किसने किसको मारा व किसने आत्महत्या की. यह सब पोस्टमार्टम व फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट आने के बाद खुलासा हो सकता है.
Q. नरेश महेश्वरी चार तल्ला छत से नीचे आत्महत्या करने के लिए कूदता है. पर सिर व शरीर में कहीं चोट के निशान नहीं है़
नरेश का शव बेसमेंट में जहां गिरा हुआ था, वह सवाल खड़े कर रहा है. चार तल्ले से नीचे गिरने पर शरीर में कहीं चोट नहीं लगना जांच को और उलझा रहा है.
Q. अमन व परी की हत्या में सिर्फ लिफाफे पर अमन का जिक्र क्यों है.
लिफाफे में यह लिखा होना कि अमन को लटका नहीं सकता. इसलिए हत्या की. यह पंक्ति भी जांच का विषय है. क्योंकि परी की भी हत्या हुई, पर उसका जिक्र नहीं है.
Q. आत्महत्या या हत्या करनेवाला छह लिफाफे में सुसाइड नोट बना सकता है.
किसी व्यक्ति को रिवाल्वर सटा कर सुसाइड नोट लिखाया जाये, तो छह सुसाइड नोट नहीं हो सकते हैं. जोर जबरदस्ती से सुसाइट नोट में एक जैसी लिखावट नहीं हो सकती है. दो रंग की स्याही से सुसाइड नोट लिखना भी जांच के दायरे में है.
Q. सुसाइड लिफाफा में मरनेवाले चार लोगों के हस्ताक्षर हैं, इसे सही या गलत मानते है.
घर के लॉकर से आठ चेकबुक एक्सिस बैंक के मिले हैं. इसमें नरेश की साइन प्रथम दृष्टि में एक जैसी लगी. बाकी लोगों की साइन एक्सपर्ट से भी मिलाया जायेगा़
Q. महेश्वरी परिवार की हत्या बाहर के लोगों ने की, इसका कोई सबूत मिला है.
कमरे के अंदर जोर जबरदस्ती हत्या या आत्महत्या कराने के सबूत नहीं मिले हैं. कोई सामान बिखरा हुआ नहीं दिखा. रात का खाना सभी लोगों ने खाया है. बरतन रखा मिला है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कुछ तथ्य आयेंगे, तो जांच और आगे बढ़ेगी.
Q. सभी को बेहोश करने के लिए इथर का इस्तेमाल, फिर फांसी से लटकाने का काम एक व्यक्ति कर सकता है.
घटना को देख कर ऐसा नहीं लगता है कि एक व्यक्ति पूरे घटना को अंजाम दिया हो.
Q. सीबीआइ या सीआइडी से इस घटना की जांच करायेंगे.
पोस्टमार्टम व फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट आने के बाद ऐसा लगेगा कि इसमें और एक्सपर्ट की जरूरत है, तो किसी भी जांच के लिए अनुमोदित करेंगे.

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