रांची: श्रमिक अधिकार पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला आज समाप्त हो गयी. कार्यशाला का उदघाटन रांची के पूर्व सांसद सुबोध कांत सहाय ने किया. आइसीएल के अध्यक्ष केके झा और एनएफयूएल के अध्यक्ष सुभाष भटनागर ने श्रम अधिकार और अन्य पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला.
ट्रेड यूनियन के नेताओं ने कार्यशाला में श्रम कानूनों को सख्ती से लागू करने की वकालत की. साथ ही बंधुआ मजदूरों को श्रमिक हितों के विपरीत बताया. यह कहा गया कि देश भर में बच्चों को बंधुआ मजदूरों की तरह कई जोखिम भरे कार्यो में लगाया जा रहा है, जो गैरकानूनी है. कार्यशाला में बाल मजदूर, पलायन करनेवाले मजदूरों की स्थिति सुधारने पर भी विचार किया गया.
कार्यशाला में मजदूरों की स्थिति सुधारने के लिए वैधानिक सुधार, निर्वाचन स्तर पर सुधार करने, स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा और आवास जैसी मूलभूत सुविधाओं का विकास करने पर बल दिया गया. मनरेगा में दो सौ दिनों की मजदूरी तय करने, कामगारों को 45 वर्ग मीटर का आवास उपलब्ध कराने, स्ट्रीट वेंडरों के लिए बने कानून को सख्ती से लागू करने, घरेलू कामगारों के अधिकारों की रक्षा करने, ऑटो वर्करों को सुविधाएं देने की मांग भी की गयी.
सम्मान समारोह 2 को
रांची. श्री महावीर मंडल रांची के अध्यक्ष जय सिंह यादव ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा है कि एक जून को मंडल द्वारा रामनवमी संपन्न होने पर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया है. समारोह महावीर चौक स्थित दुर्गा मंदिर ट्रस्ट कार्यालय में शाम चार बजे होगा.