प्रस्ताव अस्वीकृत होने पर बैरंग लौटे अंचल कर्मी
ग्रामीणों ने कहा, तारों का जाल फैलने से परेशानी
अनगड़ा : जान देंगे, लेकिन पावर ग्रिड का निर्माण नहीं होने देंगे के नारे के साथ हेसल के ग्रामीणों ने सोमवार को आयोजित ग्रामसभा की बैठक में पावर ग्रिड सबस्टेशन के निर्माण का प्रस्ताव खारिज कर दिया. बैठक की अध्यक्षता ग्राम प्रधान रामनाथ करमाली ने की.
मौके पर सीआइ शैलेश कुमार, राजस्व कर्मचारी लेनिन नरेंद्र पॉल, सुनील सिंह, मुखिया शीला देवी व पंसस अर्पणा सोलंकी उपस्थित थे. सीआइ ने गांव स्थित खाता संख्या 305, प्लॉट संख्या 4201 की करीब 10 एकड़ सरकारी भूमि पर 132/33 केवी पावर ग्रिड सबस्टेशन निर्माण कराने का प्रस्ताव जैसे ही पढ़ा, ग्रामीण इसके विरोध में खड़े हो गये.
कहने लगे कि किसी भी कीमत पर इसका निर्माण नहीं होने दिया जायेगा. पहले हेसल पंचायत क्षेत्र के लोगों को रिंग रोड, हाइ ट्रांसमिशन लाइन सहित अन्य सरकारी योजनाओं के नाम पर विस्थापित किया गया. अब यहां पावरग्रिड सबस्टेशन बनने से उन्हें कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा. पहले ही इस पंचायत को हाइ ट्रांसमिशन लाइन के तारों के जाल में घेर दिया गया है.
पावरग्रिड बनने पर पुन: तारों का जाल फैलाया जायेगा. पावरग्रिड निर्माण का प्रस्ताव ग्रामसभा की बैठक में अस्वीकृत होने पर अंचल कर्मी बैरंग लौट गये. बैठक में पवन तिर्की, बिरसा उरांव, विष्णु महतो, जगन्नाथ महतो, संदीप गाड़ी, सोमा उरांव, मादी उरांव, मादी बांडो, राजेश बांडो, मनोज बांडो, विक्की श्रीवास्तव, बुधन लाल मुंडा, सिकंदर मुंडा, विजय उरांव, दिवाकर उरांव, सेवक गंझू सहित अन्य उपस्थित थे.