रांची : निजी आवासीय कॉलोनी सेल सिटी में शनिवार को समर कैंप का उद्घाटन हुआ. सेल सिटी रेजीडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पद्मश्री बलबीर दत्त, लोक कलाकार पद्मश्री मुकुंद नायक और हॉकी के अंतरराष्ट्रीय सितारे सिलवानुस डुंगडुंग, मनोहर टोपनो तथा सुमेराय टेटे ने बच्चों तथा अभिभावकों को प्रेरित किया.
थीम था राज्य के गौरव से मिलें, राज्य का गौरव बनें.
श्री दत्त ने देश की गुलामी और आजादी की कहानी सुनाई. पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम, क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी और अभिनेता अमिताभ बच्चन का उदाहरण देते हुए बताया कि अभावों के बीच भी अपनी प्रतिभा निखार कर सफलतम व्यक्ति बना जाता है. अब्दुल कलाम बचपन में रेलवे स्टेशन पर अखबार बेचते थे, जबकि धोनी का परिवार अत्यंत सामान्य आय वाला था और अमिताभ बच्चन शुरुआती दौर में वॉइस टेस्ट में फेल करार दिए गये थे.
श्री नायक ने अभिभावकों से अपील की कि वे बच्चों में मातृभाषा और संस्कृति का संस्कार डालना न भूलें. बच्चे जो भी करें, मन से करें, लगन से करें, सफलता चरण चूमेगी. उन्होंने ‘ हमरे मन कने जाथी, पुरखा कर रीति-गीति भुलाथी’ गाकर अफसोस व्यक्त किया कि जिन खूबियों के कारण उनको पद्मश्री नवाजा गया, आधुनिक समाज से वह संस्कार मिटता जा रहा है. झारखंड के लिए यह गंभीर चुनौती है.
सिलवानुस डुंगडुंग ने बताया कि गरीबी के कारण बचपन में वे बांस के डंडे से हॉकी खेला करते थे. लेकिन उनका जुनून ही उनको विश्व मंच तक ले गया. मनोहर टोपनो ने कहा कि जुनून के कारण घर में रखे 15 रुपये चुरा कर हॉकी स्टीक खरीदा था.
चोरी पकड़े जाने के भय से वे सेना की नौकरी करने भाग गये. वापस लौटे 15 हजार रुपये के साथ, जिसे पिता को अर्पित कर दिया. सुमेराय टेटे ने भी गरीबी और असुविधाओं की गाथा सुनाते हुए कहा कि दौलत कमाना अच्छा है, लेकिन उससे भी अच्छा होता है बेहतर इंसान बनना. अतिथियों का स्वागत एससीआरडब्लूए के अध्यक्ष ओमप्रकाश यादव और संचालन सूचना आयुक्त हिमांशु चौधरी ने किया.
बच्चों में मातृभाषा और संस्कृति के प्रति प्रेम जगाएं : मुकुंद नायक