Advertisement
5600 रुपये में नहीं चलता घर सफाईकर्मियों का वेतन बढ़ायें
राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष मनहर भाई जाला ने कहा राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष मनहर वालजी भाई जाला बुधवार को रांची नगर निगम के कार्यालय में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान श्री जाला ने सफाई कर्मचारियों के जीवन स्तर पर चिंता जतायी और उनका वेतन बढ़ाने का […]
राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष मनहर भाई जाला ने कहा
राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष मनहर वालजी भाई जाला बुधवार को रांची नगर निगम के कार्यालय में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान श्री जाला ने सफाई कर्मचारियों के जीवन स्तर पर चिंता जतायी और उनका वेतन बढ़ाने का सुझाव दिया. अगर आयोग के अध्यक्ष पर अमल होता है, तो रांची नगर निगम के करीब 1700 कर्मचारियों काे इसका लाभ होगा. इनमें सफाई कर्मचारी और अन्य कर्मचारी शामिल हैं.
रांची : राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष मनहर वालजी भाई जाला गुजरात के जामनगर के मेयर भी रह चुके हैं. रांची नगर निगम सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि रांची नगर निगम अपने सफाईकर्मियों को काफी कम (5600 रुपये) वेतन दे रहा है. राजधानी में रहनेवाला कोई व्यक्ति इतने कम पैसों में अपना परिवार कैसे पाल सकता है? अगर वह शहर में रह भी ले, तो इस राशि से वह अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं दे पायेगा. ऐसे में रांची नगर निगम को अपने सफाई कर्मचारियों को 19-20 हजार रुपये वेतन देना चाहिए.
श्री जाला ने कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि रांची नगर निगम के कई गरीब कर्मचारियों के पास अपना आवास भी नहीं है. ऐसे लोगों को कैंप लगाकर फॉर्म भरवाया जाये और इन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जाये. श्री जाला ने सुबह 6:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक सफाई कार्य करनेवाली महिलाओं को एक घंटे की छूट देने का भी आदेश दिया. कहा कि महिलाएं घर की धुरी होती हैं. सुबह में बच्चों को तैयार करके स्कूल भेजती हैं. ऐसे में सुबह छह बजे ड्यूटी पर आना उनके लिए संभव नहीं है. इसलिए एक घंटे की छूट महिलाओं को दी जाये. उन्होंने सफाईकर्मियों के मोहल्ले में नियमित रूप से हेल्थ चेकअप कैंप लगाने का भी आदेश दिया.
कर्मचारियों के साथ हर दो माह में बैठक करें
राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष ने रांची नगर निगम के अधिकारियों को आदेश दिया कि वे हर दो माह में निगम के सफाईकर्मियों के साथ एक बैठक करें. बैठक में उनकी समस्याएं सुनें. इससे कर्मचारियों का मनोबल भी बढ़ेगा, साथ ही वे मन लगाकर काम भी करेंगे. उन्होंने गंदगी ढोनेवाले परिवारों के लोगों को भी आत्मनिर्भर बनाने के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण व उन्हें रोजगार उपलब्ध कराने का भी सुझाव दिया. कहा कि जो भी कर्मचारी सफाई कार्य में लगे हुए हैं, उन्हें की प्रमोशन देकर जमादार या सैनिटरी इंस्पेक्टर बनाया जाये. समीक्षा बैठक में मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय, उप नगर आयुक्त संजय कुमार, ओएस नरेश कुमार सिन्हा, कर्मचारी संघ के दयानंद यादव, नरेश राम आदि उपस्थित थे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement