झारखंड : दावा, सीबीएसइ 12वीं में अर्थशास्त्र का प्रश्नपत्र परीक्षा से एक दिन पहले वाट्सएप पर लीक, मिले सारे सवाल

रांची : सीबीएसइ 12 वीं के अर्थशास्त्र का प्रश्न पत्र परीक्षा से पहले वाट्सएप पर वायरल होने का दावा किया जा रहा है. बताया जाता है कि 25 मार्च की रात को कई विद्यार्थियों को वाट्सएप पर अर्थशास्त्र के कुल 24 सवाल मिले. सभी हाथ से लिखे गये थे. यह भी कहा जा रहा है […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 27, 2018 7:07 AM
रांची : सीबीएसइ 12 वीं के अर्थशास्त्र का प्रश्न पत्र परीक्षा से पहले वाट्सएप पर वायरल होने का दावा किया जा रहा है. बताया जाता है कि 25 मार्च की रात को कई विद्यार्थियों को वाट्सएप पर अर्थशास्त्र के कुल 24 सवाल मिले.
सभी हाथ से लिखे गये थे. यह भी कहा जा रहा है कि सोमवार को हुई परीक्षा में भी यही सवाल (क्रम संख्या भी समान) पूछे गये. परीक्षा खत्म होते ही कुछ विद्यार्थी प्रभात खबर के कार्यालय पहुंचे और थाने भी गये. विद्यार्थियों ने थानों में प्रश्न पत्र परीक्षा से पूर्व लीक होने की शिकायत की. पर उनकी बात नहीं सुनी गयी. ऑक्सफोर्ड स्कूल सेंटर पर परीक्षा देने के बाद कुछ परीक्षार्थियों ने स्कूल प्रबंधन से भी इसकी शिकायत की है.
कई विद्यार्थियों ने यह भी दावा किया है कि रविवार रात डीएवी हेहल के भी कुछ विद्यार्थियों को अर्थशास्त्र का हस्तलिखित प्रश्न पत्र वाट्सएप पर मिला था. सोमवार को वे परीक्षा देने गये थे. वे सारे प्रश्न और उनके क्रम एक समान मिलने पर आश्चर्यचकित हो गये. हालांकि यह प्रश्न पत्र कैसे लीक हुआ और किसने किया,इसका खुलासा अब तक किसी ने नहीं किया है.
दो बयान
रांची में नहीं हुआ लीक : डॉ मनोहर लाल
सीबीएसइ के स्थानीय समन्वयक डॉ मनोहर लाल ने बताया : सोशल मीडिया में जो प्रश्न पत्र लीक होने की सूचनाएं आ रही हैं, उसका रांची से किसी प्रकार का कोई संबंध नहीं है. प्रश्न पत्र वाट्सएप पर कैसे वायरल हुआ, इसका सीबीएसइ प्रबंधन व्यापक जांच कर रहा है.
12 वीं का पेपर नहीं हुआ लीक : सीबीएसइ
नयी दिल्ली : सीबीएसइ ने पेपर लीक होने की खबराें का खंडन किया है. सीबीएसइ के एक अधिकारी ने कहा कि कोई पेपर लीक नहीं हुआ है और सभी परीक्षा केंद्रों पर सील बरकरार थी. इसलिए छात्र और अभिभावक को चिंता करने की जरूरत नहीं है. बोर्ड हमेशा से ही छात्रों के हित में निर्णय लेता रहा है. इससे पहले 12वीं के अकाउंट्स का पेपर लीक होने की खबर का भी सीबीएसइ ने खंडन किया था.

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