रांची: आयकर विभाग की छापेमारी में जमीन कारोबारी कमल भूषण और उनके सहयोगियों ने 25 करोड़ की अघोषित संपत्ति स्वीकार कर ली है. रांची के पूर्व जिला अभियंता केसी सिंह ने भी अपने पारिवारिक सदस्यों के नाम 10 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति स्वीकारी है.
दोनों के ठिकानों पर हुई छापेमारी से संबंधित खबर प्रकाशित होने के बाद मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती ने केसी सिंह के खिलाफ फिर से निगरानी जांच का आदेश दिया है. उन्होंने अखबार में छपी खबर पर संज्ञान लेते हुए निगरानी को 35 दिनों के अंदर जांच पूरी कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. केसी सिंह के खिलाफ इससे पहले भी निगरानी जांच हुई थी. पर निगरानी ने भ्रष्टाचार के मामले में उन्हें क्लीन चिट दे दिया था. छापेमारी के दौरान आयकर विभाग की टीम को निगरानी की जांच रिपोर्ट भी केसी सिंह के घर से मिली है.
सीबीआइ ने सरकार से जमीन बिक्री का ब्योरा मांगा : उधर, जमीन कारोबारी कमल भूषण और उनके सहयोगियों की ओर से चारा घोटाले के आरोपी मोहम्मद सईद के साथ मिल कर प्रतिबंध के बावजूद रांची के दलादली में स्थित उसकी 22 एकड़ जमीन बेचे जाने को सीबीआइ ने गंभीरता से लिया है. सीबीआइ ने इससे संबंधित ब्योरा एकत्र करना शुरू कर दिया है. रजिस्ट्री कार्यालय से इससे संबंधित जानकारी मांगी है, ताकि सेल डीड रद्द कराने के लिए कानूनी कार्रवाई की जा सके. सीबीआइ ने मोहम्मद सईद की जमीन पर पाबंदी लगा दी थी.
कहां-कहां हुई छापामारी
केसी सिंह (रांची के पूर्व जिला अभियंता) : रांची के हरमू और पटना स्थित आवास
कमल भूषण (जमीन कारोबारी) : रातू रोड मधुकम स्थित आवास और दफ्तर
विद्याभूषण (कमल भूषण के भाई) : रातू रोड मधुकम स्थित आवास और दफ्तर
डबलू कुजूर (कमल भूषण के सहयोगी) : हेसल स्थित आवास
लाल धर्म राज शाहदेव (कमल भूषण के सहयोगी) : ललगुटवा स्थित आवास
दीपक (कमल भूषण के सहयोगी) : रातू रोड स्थित आवास
कमल भूषण के साला : रातू रोड स्थित आवास
केसी सिंह को जमीन कारोबारियों ने
गिफ्ट में दी चार करोड़ की जमीन
रांची के पूर्व जिला अभियंता केसी सिंह ने आयकर विभाग की ओर से जब्त नकद राशि और दस्तावेज के आधार पर हुई पूछताछ में अपने पारिवारिक सदस्यों के नाम 10 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति होने की बात स्वीकार कर ली है. केसी सिंह के खिलाफ पूर्व में रांची के एक व्यक्ति ने निगरानी में भ्रष्टाचार की शिकायत की थी. कुछ साक्ष्य भी उपलब्ध कराये थे. पर निगरानी ने जांच के बाद उन्हें क्लीन चिट दे दिया था. छापेमारी में आयकर को केसी सिंह के आवास से उनके एक पारिवारिक सदस्य के नाम गिफ्ट में चार करोड़ की जमीन मिलने से संबंधित दस्तावेज भी मिले हैं. जमीन कारोबारी कमल भूषण और उनके सहयोगियों ने यह जमीन दी है. आयकर अधिकारियों ने केसी सिंह और जमीन कारोबारियों से इस संबंध में पूछताछ की, पर गिफ्ट में चार करोड़ की जमीन देने का कारण ने तो जमीन कारोबारी बता रहे हैं और न ही केसी सिंह. घर से मिली 30 लाख रुपये की रकम को केसी सिंह अपने पिता का बता रहे हैं.