रांची: राज्य में 10,000 से ज्यादा दवा दुकानों व 40 ब्लड बैंकों की जांच का जिम्मा केवल छह अफसरों पर है. झारखंड में 70 ड्रग इंस्पेक्टर के पदों के विरुद्ध केवल छह ड्रग इंस्पेक्टर ही कार्यरत हैं. एक ड्रग इंस्पेक्टर पर कई जिलों का प्रभार है.
काम के बोझ से ड्रग इंस्पेक्टर दवा दुकानों की जांच करने में सक्षम नहीं हैं. यही नहीं, ड्रग इंस्पेक्टर के जिम्मे राज्य के 40 ब्लड बैंकों की जांच का जिम्मा भी है.
स्वाभाविक रूप से वे जांच के लिए वहां भी नहीं जा पाते. इसका सीधा असर लोगों पर पड़ रहा है. दवाओं की सही देख-रेख नहीं होती. इस कारण अधिकतर दवाएं मरीज तक पहुंचने के पहले ही बेकार हो चुकी होती हैं. यही हाल ब्लड बैंकों का भी है.