रांची: ऑल इंडिया मैनेजमेंट स्टडीज (एआइएमएस) के पूर्व अध्यक्ष डॉ मसूद अहमद ने कहा है कि वर्तमान में प्रबंधन के क्षेत्र में योग्य विद्यार्थी नहीं मिल रहे हैं. संस्थान सिर्फ डिग्रियां बांटने का काम कर रही हैं. नौकरी योग्य विद्यार्थी नहीं निकल पा रहे हैं.
कंपनियों में वे अपनी योग्यता साबित नहीं कर पा रहे हैं. वे कारगर नहीं हो पा रहे हैं. ऐसा विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान नहीं दिये जाने से हो रहा है. विद्यार्थी अपने को अपग्रेड करें. डॉ अहमद 30 अप्रैल को रांची विवि अंतर्गत इंस्टीटय़ूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के तत्वावधान में आर्यभट्ट सभागार में भारत में प्रबंधकीय शिक्षा : चुनौती एवं अवसर विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे.
डॉ अहमद ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सिलेबस में संशोधन की आवश्यकता है. एक्सएलआरआइ जमशेदपुर के वरीय प्राध्यापक डॉ प्रबल कुमार सेन ने कहा कि भारत जैसे देश में प्रबंधन के क्षेत्र में आये विद्यार्थियों के लिए उचित माहौल नहीं मिल पा रहा हैं. योग्य शिक्षकों की कमी है. ताज होटल एंड रिसोर्ट के एचआर निदेशक संजय बोस ने कहा कि विद्यार्थियों की रुचि के अनुरूप शिक्षा देने की आवश्यकता है. सिर्फ टॉपर बनने के लिए पढ़ने से अच्छा है, उन्हें व्यावहारिक ज्ञान देते हुए रोजी-रोटी कमाने के लायक बनाने की आवश्यकता है. रांची विवि के रजिस्ट्रार डॉ एके चौधरी ने भी अपने विचार रखे. इससे पूर्व रांची विवि के कुलपति डॉ एलएन भगत ने आगंतुकों का स्वागत किया.