Advertisement
बहुमंजिली इमारतों के बीच पानी को तरस रहे हैं लोग
रांची : रांची जिला प्रशासन ने इस बार होनेवाले नगर निगम चुनाव के मद्देनजर नये सिरे से परिसीमन तय किया है, जिसके बाद वार्डों की संख्या 55 से घटकर 53 हो गयी है. वार्ड-19 दो हिस्सों में बंट गया है. इससे इस वार्ड का आधे से ज्यादा हिस्सा वार्ड-17 में शामिल हो गया है. वहीं […]
रांची : रांची जिला प्रशासन ने इस बार होनेवाले नगर निगम चुनाव के मद्देनजर नये सिरे से परिसीमन तय किया है, जिसके बाद वार्डों की संख्या 55 से घटकर 53 हो गयी है. वार्ड-19 दो हिस्सों में बंट गया है. इससे इस वार्ड का आधे से ज्यादा हिस्सा वार्ड-17 में शामिल हो गया है. वहीं शेष हिस्से को वार्ड-18 बना दिया गया है.
फिलहाल, वार्ड-19 थड़पखना के एक पॉश इलाके के रूप में जाना जाता है. बहुमंजिली इमारतें यहां की पहचान हैं. संभ्रांत लोगों से भरे हुए इस वार्ड में अगर किसी चीज की कमी सबसे ज्यादा खलती है, तो वह है पानी. गिरते भू-जलस्तर और अनिश्चित जलापूर्ति के कारण यहां के लोगों को पेयजल का जुगाड़ करने में काफी परेशानी होती है. वार्ड के अधिकतर घरों में पानी का कनेक्शन भी है, लेकिन लोगों की शिकायत है कि यहां पानी की सप्लाई देर रात में की जाती है.
व्यावसायिक भवनों पर रहती है पीएचइडी की मेहरबानी
वार्ड-19 के लोगों का कहना है कि देर रात को पानी की सप्लाई इसलिए की जाती है, ताकि व्यावसायिक भवनों को पर्याप्त पानी मिल जाये. आमलोगों के पास इतनी फुरसत कहां कि वह रात को 1:00 बजे उठकर बाल्टी में पानी भरें. इस संबंध में पूछने पर वार्ड की वर्तमान पार्षद आशा देवी कहती हैं कि पीएचइडी के अभियंताओं के मिलीभगत के कारण ऐसा होता है. हमने तो पत्र लिखकर कई बार अभियंताओं से आग्रह किया कि वे दिन में जलापूर्ति करें, लेकिन सुनवाई नहीं होती है.
यह है वार्ड की चौहद्दी
पूर्व में : प्रोवत टावर से लालपुर चौक, थड़पखना होते हुए मिशन चौक, पुरुलिया रोड में मिशन चौक तक.
पश्चिम में : सर्कुलर रोड में काली बाबू स्ट्रीट से श्रद्धानंद मार्ग, सुभाष चौक, शहीद चौक, अलबर्ट एक्का चौक होते हुए सर्जना चौक तक.
उत्तर में : सर्कुलर रोड में काली बाबू स्ट्रीट से प्रभात टावर तक.
दक्षिण में : सर्जना चौक से पुरुलिया रोड में मिशन चौक तक.
04 करोड़ रुपये की लागत से सड़क, नाली, कलवर्ट, मिनी एचवाइडीटी का निर्माण हुआ
600 एलइडी लाइट भी लगायी गयी हैं वार्ड नंबर 19 की सभी प्रमुख सड़कों पर पिछले पांच साल में
क्या कहती हैं वर्तमान पार्षद
पिछले पांच साल के अपने कार्यकाल में जितना हो सका, हमने काम किया है. मोहल्ले में साफ-सफाई की स्थिति पहले के तुलना में काफी बेहतर हुई है. जहां सड़कें नहीं नहीं थी, वहां सड़कें बनायी गयी है. जहां पीसीसी सड़क थी, उसका कालीकरण किया गया है. हमारे ही कार्यकाल में लोहराकोचा के 72 गरीबों को आवास भी मिला है.
आशा देवी, पार्षद, वार्ड नंबर-19
क्या कहती हैं वार्ड की भावी प्रत्याशी
लोगों ने जिस उम्मीद के साथ वार्ड पार्षद को चुना था और जिस प्रकार से उन्हें प्रचंड वोट देकर विजयी बनाया गया था, उस उम्मीद पर वार्ड पार्षद खरा नहीं उतर पायीं. वार्ड नंबर-19 की सबसे बड़ी समस्या है पानी. यहां के लोग पहले भी पानी के समस्या से त्रस्त थे और अब भी पानी की समस्या से त्रस्त हैं.
भारती मुंडा, वार्ड पार्षद प्रत्याशी
पिछले नगर निगम चुनाव के दौरान वार्ड नंबर-19 को मॉडल बनाने की बात कही जा रही थी, लेकिन हालत यह है कि वार्ड में कचरे का उठाव भी सही तरीके से नहीं होता है. प्रमुख सड़कों से तो रोज कचरा उठाया जा रहा है, लेकिन गलियों से कई सप्ताह तक कचरे का ढेर यूं ही पड़ा रहता है.
अमित सरकार, निवासी, वार्ड नंबर-19
रांची नगर निगम ने होल्डिंग टैक्स के नाम पर हर घर पर चारगुना टैक्स लाद दिया. जबकि, सुविधा के नाम पर यहां के लोगों को कुछ नहीं मिल रहा है. वार्ड की नालियां जाम रहती हैं. जरा सी बारिश होने पर ही नाली का पानी सड़क पर आ जाता है. पानी की समस्या तो आज भी बरकरार ही है.
नमित हेंब्रम, निवासी, वार्ड नंबर-19
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement