26 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

Advertisement

झारखंड : अनुबंध पर शिक्षकों की नियुक्ति का विरोध हंगामा, कुलपति का घेराव, धमकी दी गयी

रांची विवि : मुख्यालय पहुंचे काफी संख्या में नाराज अभ्यर्थी, पुलिस बुलानी पड़ी आज पीजी विभागों में तालाबंदी की घोषणा काफी जद्दोजहद के बाद पुलिस ने वीसी को कार्यालय से सुरक्षित बाहर निकाला रांची : रांची विवि में अनुबंध पर शिक्षकों की नियुक्ति की दूसरी सूची जारी होते ही हंगामा शुरू हो गया. सोमवार को […]

रांची विवि : मुख्यालय पहुंचे काफी संख्या में नाराज अभ्यर्थी, पुलिस बुलानी पड़ी
आज पीजी विभागों में तालाबंदी की घोषणा
काफी जद्दोजहद के बाद पुलिस ने वीसी को कार्यालय से सुरक्षित बाहर निकाला
रांची : रांची विवि में अनुबंध पर शिक्षकों की नियुक्ति की दूसरी सूची जारी होते ही हंगामा शुरू हो गया. सोमवार को विवि मुख्यालय कार्यालय खुलते ही काफी संख्या में नाराज अभ्यर्थी पहुंचे अौर वीसी का घेराव कर दिया. इस दौरान कुलपति समेत विवि के अन्य अधिकारियों के साथ चेतावनी भरे लहजे में बात भी की.
अभ्यर्थियों ने कहा कि जब तक दोनों नियुक्ति अधिसूचना रद्द नहीं हो जाती है, विवि मुख्यालय सहित पीजी विभागों में अनिश्चितकालीन तालाबंदी कर दी जायेगी. अभ्यर्थियों का कहना था कि उनकी उम्र बीत रही है, सर से बाल गायब हो रहे हैं, लेकिन विवि व सरकार यहां के विद्यार्थियों को नौकरी देने के नाम पर खानापूर्ति कर रहे हैं. मौके पर वीसी के साथ प्रोवीसी, रजिस्ट्रार, प्रॉक्टर भी थे. स्थिति की नजाकत व काफी हो-हंगामा को देखते हुए विवि कैंपस में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कराये गये थे.
नाराज अभ्यर्थियों ने कहा कि विवि द्वारा अनुबंध पर शिक्षकों की नियुक्ति से संबंधित जारी दोनों अधिसूचना में गड़बड़ी है. विवि तत्काल दोनों अधिसूचना को रद्द करे. कई अभ्यर्थियों का कहना था कि वे लोग नेट/पीएचडी हैं अौर वर्ष 2014-15 से विभाग में पढ़ा रहे हैं. विवि द्वारा दो अधिसूचना जारी हुई, जिनमें उनलोगों का नाम ही नहीं है. आखिर विवि ने किस मापदंड के आधार पर सूची तैयार की है. इस दौरान महिला व पुरुष अभ्यर्थियों ने कुलपति कार्यालय कक्ष के समक्ष काफी हंगामा किया.
किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं की गयी : इस पर कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय ने कहा कि विवि प्रशासन ने सरकार द्वारा जारी नियमावली के आधार पर ही चयनित उम्मीदवारों की सूची जारी की है.
किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं की गयी है. विवि अब किसी भी हाल में अधिसूचना रद्द नहीं करेगा. जहां तक वर्ष 2014-15 से पढ़ा रहे अभ्यर्थियों का चयन नहीं होने की बात है, तो विवि प्रशासन इस मामले की समीक्षा करेगा अौर अलग से वैसे विद्यार्थियों से वार्ता की जायेगी. इसके बावजूद गलतियां हो सकती हैं.
यदि किसी नियुक्ति विशेष में कोई त्रुटि है, तो विवि को जानकारी दे़ं गलती सुधारी जायेगी़ ये नियुक्तियां सरकार के गजट प्रकाशन के आलोक में हैं. राज्य सरकार के मापदंडों का पालन करते हुए नियुक्तियां की गयी हैं.
वीसी के पद पर रहते हुए उन्हें सरकार के आदेश का पालन करना है़ अभ्यर्थियों को 85 अंक के ब्योरे को भी ठीक से समझना चाहिए़ सभी कैटेगरी के अभ्यर्थियों की नियुक्ति हुई है़ ये नियुक्तियां इसलिए की जा रही हैं, ताकि छात्र- शिक्षक के 1: 40 का अनुपात बने, कक्षाएं बाधित न हों. उनकी जानकारी के अनुसार आरक्षित पदों पर इससे ज्यादा नियुक्ति पहले कभी नहीं हुई है़
उन्होंने बताया कि बैकलॉग व दूसरी पाली की शिक्षक नियुक्तियों में अनुसूचित जनजाति के कुल 261, अनुसूचित जाति के 47, बीसी-1 के 102, बीसी-2 के 45 व सामान्य कोटि के 281 अभ्यर्थियों की नियुक्ति हुई है़ इसके बावजूद अभ्यर्थी नहीं मान रहे थे.
विवि स्थिति स्पष्ट करे : अभ्यर्थी बैकलॉग व नियमित नियुक्ति के संबंध में बार-बार विवि को स्थिति स्पष्ट करने की बात कह रहे थे. अभ्यर्थी सरकार के उस तर्क को भी नहीं मान रहे थे, जिसमें कहा गया कि 85 प्रतिशत नियुक्ति नियमित व 15 प्रतिशत नियुक्ति अनुबंध पर होगी.
कई अभ्यर्थियों ने कहा कि नियुक्ति की आस में उनकी उम्र भी काफी हो गयी है, लेकिन विवि व सरकार को झारखंड के विद्यार्थियों की कोई चिंता नहीं है. अभ्यर्थियों को प्रोवीसी प्रो कामिनी कुमार, रजिस्ट्रार डॉ एके चौधरी, प्रॉक्टर डॉ दिवाकर मिंज भी कई बार समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे लोग नहीं माने.
करीब तीन घंटे घिरे रहने के बाद जब कुलपति सहित अन्य अधिकारी कार्यालय कक्ष से बाहर निकलने का प्रयास करने लगे, तो अभ्यर्थियों ने उन्हें घेर लिया अौर बाहर नहीं जाने दिया. अभ्यर्थी कुलपति की तरफ अंगुली दिखाते हुए उन्हें चुपचाप कुर्सी पर बैठने के लिए कह रहे थे. कुलपति ने जब नहीं माना, तो काफी जद्दोजहद के बाद पुलिस ने वीसी समेत अन्य अधिकारियों को अपने घेरे में लेकर अभ्यर्थियों की भीड़ में से उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला.
कुलपति हुए नाराज
अभ्यर्थियों के तीखे व्यवहार से कुलपति कई बार नाराज भी हुए. उन्होंने अभ्यर्थियों से कहा कि वे अपनी बातें लिखित रूप से दें, ताकि विवि उचित फोरम पर इसे रख सके. अभ्यर्थी सिर्फ अधिसूचना रद्द करने की मांग पर अड़े रहे. इस दौरान कई बार अभ्यर्थियों ने विवि प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की. कुलपति कई बार अपने सर को दोनों हाथों से पकड़ कर बैठे रहे अौर चुपचाप अभ्यर्थियों की बातें सुनते रहे.
नियमित नियुक्ति चाहते हैं अभ्यर्थी
इधर, विवि प्रशासन से खफा अभ्यर्थियों ने नारेबाजी शुरू कर दी अौर कहा कि अधिसूचना रद्द नहीं हुई, तो विवि मुख्यालय सहित सभी पीजी विभाग व कॉलेज में तालाबंदी कर दी जायेगी.
अभ्यर्थियों का कहना था कि कई कॉलेज में पहले शिफ्ट में ही पढ़ाई नहीं होती है, तो वहां दूसरे शिफ्ट में नियुक्ति का क्या औचित्य है. अभ्यर्थी नियमित नियुक्ति चाहते हैं. विवि चाहे, तो अभ्यर्थियों की लिखित परीक्षा ले ले या फिर अॉनलाइन इंटरव्यू भी ले ले. इस अवसर पर अजय चौधरी, सुंदीप भगत, दीपक भगत, डॉ शांति खलखो, सुरेंद्र पासवान, संजय महली आदि ने अपने-अपने विचार रखे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें