हालांकि, प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा संसद सत्र में हिस्सा लेने को लेकर दिल्ली गये हुए हैं. इस वजह से श्रीमती शर्मा के जवाब के संबंध में कोई पदाधिकारी कुछ भी बोलने से इनकार कर रहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पत्र में सीमा शर्मा ने अपने ऊपर लगाये गये आरोपों का निराधार बताया है. अपने जवाब में उन्होंने 10 दिसंबर को हुई घटना का विस्तार से उल्लेख किया है.
साथ ही यह भी जानना चाहा है कि उनके आचरण को कैसे अनुशासनहीनता माना गया? रिम्स में हुई भाजपा की प्रांतीय बैठक के बाद प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा के निर्देश पर श्रीमती शर्मा को पार्टी से निलंबित करते कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. कहा गया था कि श्रीमती शर्मा का आचरण और व्यवहार पार्टी संगठन की रीति-नीति व परंपरा के खिलाफ था. प्रदेश नेतृत्व ने श्रीमती शर्मा के इस कृत्य को घोर अनुशासनहीनता का अपराध मानते हुए इन्हें पार्टी से निलंबित किया था.