उन्होंने कहा कि राज्य में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में काफी काम हुआ है. आज दूसरे राज्य के विद्यार्थी भी झारखंड में उच्च शिक्षा में रुचि ले रहे हैं. शिक्षा सचिव ने कहा कि कॉलेजों के लिए नैक से व तकनीकी शिक्षण संस्थानों के लिए एनबीए से संबंधन जरूरी है. उन्होंने कहा कि इतनी अधिक संख्या में एक साथ नियुक्ति पत्र वितरण से बेरोजगारी व पलायन जैसी समस्याओं का समाधान होगा. झारखंड कौशल विकास मिशन सोसाइटी के निदेशक रवि रंजन ने कहा कि कौशल विकास वर्तमान समय में हमारी आवश्यकता बन गया है.
कार्यशाला में कॉलेजों से आये प्रतिनिधियों ने अपना अनुभव बताया. कार्यशाला में राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के निदेशक अजय कुमार सिंह, संयुक्त सचिव कमलेश्वर प्रसाद सिंह, उपनिदेशक शंभु दयाल सिंह आदि मौजूद थे.