रांची: राजधानी रांची में कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है. शाम ढलते ही तापमान में गिरने लगता है आैर ठंड अपना असर दिखाने लगती है. जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक वर्ष ठंड से गरीबों को राहत देने के लिए राजधानी के चाैक-चाैराहों के पास अलाव जलाया जाता है. इधर, दिसंबर बीत रहा है, लेकिन अब तक राजधानी में अलाव जलना शुरू नहीं हुआ है.
अलाव की व्यवस्था नहीं रहने के कारण सड़क के किनारे रहनेवाले गरीब लोग व रात में रिक्शा चलानेवाले ठंड से ठिठुर रहे हैं. किसी तरह से ठंड से बचने का प्रयास कर रहे हैं. देर रात में इसका जीता-जागता उदाहरण मिल जायेगा. पिस्का मोड़, न्यू मार्केट, कचहरी चाैक, कांके रोड, लालपुर चाैक, कोकर चाैक, अलबर्ट एक्का चाैक, काली मंदिर चाैक, डंगराटोली चाैक, कांटाटोली चाैक, बहूबाजार चाैक, सिरोमटोली चाैक, रांची रेलवे स्टेशन, सरकारी बस डिपो, लाला लाजपत राय चाैक, राजेंद्र प्रसाद चाैक, हटिया रेलवे स्टेशन, हरमू रोड, किशोरगंज चाैक, मेडिकल चाैक, बूटी मोड़ चाैक सहित आवश्यकतानुसार अन्य जगहों पर प्रतिदिन अलाव जलाने की व्यवस्था की जाती है.
ठंड से गरीब-गुरबों को राहत दिलाने के लिए अलाव जाने के लिए चाैक-चाैराहों को चिह्नित कर लिया गया है. अलाव जलाने के मुद्दे पर पूरा विश्लेषण कर लिया गया है. राशि नहीं मिली है. इसके बावजूद जिला प्रशासन द्वारा एक-दो दिनों में अलाव जलाने की व्यवस्था कर दी जायेगी.
मनोज कुमार, उपायुक्त रांची