रांची: राजधानी की स्कूली बसों की जांच शुक्रवार को दूसरे दिन भी हुई. इस दौरान सुबह साढ़े छह बजे से अरगोड़ा चौक पर 20 से अधिक स्कूली बसों की जांच की गयी. जांच में ज्यादातर बसों में सुरक्षा मानकों की गंभीर लापरवाही उजागर हुई. कई बसें ओवर लोडेड थी. बच्चों को बोनट पर बैठाया गया था. कई बसें इतनी ज्यादा भरी हुई थी कि बच्चे खड़े होकर सफर कर रहे थे. फस्र्ट एड बॉक्स नहीं थे. ड्राइवर के लाइसेंस और वाहन के कागजात भी सही नहीं पाये गये.
स्कूली बसों में सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन का पालन नहीं किया जा रहा है. प्राइवेट बसों को स्कूल बस के तौर पर इस्तेमाल करने का मामला भी सामने आया. एक बस में खिड़कियों पर सुरक्षा जालियां नहीं थी और बच्चे सिर निकाल कर झांक रहे थे. ड्राइवर व कंडक्टर ने यूनिफॉर्म नहीं पहने थे. बसों पर स्कूल के नाम भी नहीं थे. डीटीओ ने मौके पर ही ड्राइवरों को फटकार लगायी. स्कूल के शिक्षकों से भी कहा कि वे स्कूल प्रबंधन तक यह संदेश पहुंचाये कि बसों के परिचालन में नियमों का पालन सुनिश्चित हो.
मनमानी कर रहा है स्कूल प्रबंधन
अभिभावक मंच के अजय राय ने कहा कि स्कूल प्रबंधन मनमाने तरीके से बसों का संचालन कर रहे हैं. पूरी फीस देने के बाद भी सुरक्षा नियमों को ताक पर रख कर बच्चों को ढोया जा रहा है.