उन्होंने कहा कि राजधानी के प्रस्तावित नये मास्टर प्लान में रिंग रोड में ट्रांसपोर्ट नगर को दर्शाया गया है. ट्रांसपोर्ट नगर का निर्माण रिंग रोड में होना चाहिए. पंडरा बाजार में व्यवसायियों को उजाड़ कर ट्रांसपोर्ट नगर का निर्माण कराना अनुचित है. इस मौके पर चेंबर के सदस्यों ने व्यवसायियों के साथ बैठक भी की़ बैठक में व्यापारियों ने कहा कि अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया है कि बाजार की अधिकतर दुकानें बंद रहती हैं, जबकि ऐसा नहीं है. मुख्यमंत्री ने जिस दिन बाजार परिसर का दौरा किया, उस दिन रविवार था. सभी दुकानें चालू अवस्था में हैं. बाजार प्रांगण में दुकानदारों के वेयर हाउस भी हैं, जो माल की लोडिंग और अनलोडिंग के समय ही खुलते हैं.
उन्होंने कहा कि ट्रांसपोर्ट नगर बसाने के लिए पंडरा में कम जमीन उपलब्ध है. पूर्व में ट्रांसपोर्ट नगर के लिए 105 एकड़ जमीन की जरूरत बतायी गयी थी. अब सालों बाद ट्रांसपोर्ट नगर बसाने के लिए 105 एकड़ जमीन का दायरा और बढ़ाने की जगह घटा कर लाया जाना हास्यास्पद है. इसके अलावा पंडरा शहर का हिस्सा है. सरकार को रिंग रोड के पास ट्रांसपोर्ट नगर बनाने पर विचार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि झाविमो ट्रांसपोर्ट नगर बनाने का विरोध नहीं कर रहा है. लेकिन इसके लिए उचित जगह का चयन होना चाहिए. सरकार को तमाम पहलुओं का अध्ययन करने के बाद फैसला लेना चाहिए. केवल अधिकारियों की सलाह पर कदम उठाने पर पछताना पड़ सकता है.